सार

महिला एवं बाल कल्याण विभाग के हस्तक्षेप के बाद दीपिका को बचा लिया गया। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़की को देवदुर्गा इलाके में आदिजंबावा एजुकेशन सोसाइटी के महिला पुनर्वास केंद्र भेजा गया है। 

बेंगलुरु. कर्नाटक में 20 साल की एक लड़की देवदासी प्रथा से बचने के लिए घर से भाग गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित तौर पर उसके माता-पिता ने धमकी दी कि अगर उसने अपनी बहन के पति के साथ शादी नहीं की तो उसे देवदासी प्रथा का पालन करना होगा। बता दें कि भारत में देवदासी प्रथा पूरी तरह से बंद हो चुकी है, लेकिन आज भी कुछ जगहों पर ऐसी प्रथा को लेकर खबरें आती हैं। देवदासी हिन्दू धर्म की प्राचीन प्रथा थी। भारत के कुछ क्षेत्रों में खास कर दक्षिण भारत में महिलाओं की शादी ईश्वर या देवता से कर देते थे। 

धमकी मिलने के बाद घर से भाग गई लड़की
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीपिका (बदला हुआ नाम) को अपने माता-पिता से देवदासी प्रथा के साथ जीने की धमकी मिली, जिसके बाद उसने भागने का फैसला किया। मामला कर्नाटक के रायचूर जिले के चिंचोडी गांव का है।

लड़की घर से भागकर अपने एक रिश्तेदार के यहां चली गई। हैरानी की बात तो ये है कि जब लड़की के माता-पिता को लड़की के बारे में पता चला तो उन्होंने उस रिश्तेदार को भी धमकाया। इसके बाद महिला एवं बाल कल्याण कार्यालय अलर्ट हुआ।

दीपिका को बचाने में मिली कामयाबी
महिला एवं बाल कल्याण विभाग के हस्तक्षेप के बाद दीपिका को बचा लिया गया। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़की को देवदुर्गा इलाके में आदिजंबावा एजुकेशन सोसाइटी के महिला पुनर्वास केंद्र भेजा गया है। 

लड़की ने पुलिस में भी शिकायत की
दीपिका ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि लड़की के माता-पिता ने भी शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वह अपनी पसंद के किसी व्यक्ति से शादी करना चाहती है और घर से नकदी लेकर भागने की साजिश रच रही है।

लड़की के माता-पिता ने अनुरोध किया है कि लड़की की कस्टडी उन्हें दी जाए, लेकिन लड़की ने उनके साथ रहने से मना कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा, लड़की की काउंसलिंग की जाएगी और अगर जरूरत लगी तो उसे स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। अगर वह चाहेगी तो उसकी शादी भी उसकी पसंद के व्यक्ति के साथ ही कर दी जाएगी।