सार
जापान में एक ऐसा गाँव है जहाँ इंसानों से ज़्यादा गुड़िया रहती हैं। इस गाँव का नाम इचिनोनो है। एक समय था जब इस गाँव में बच्चे, जवान, बूढ़े सभी उम्र के लोग रहते थे। लेकिन आज इस गाँव में 60 से भी कम लोग और ढेर सारी गुड़िया रहती हैं।
इचिनोनो में आज जो 60 से कम लोग बचे हैं, उनमें से ज़्यादातर बुजुर्ग हैं। इन बुजुर्गों का साथ देती हैं, गाँव के कोने-कोने में रखी गुड़िया। अपने उन अपनों की याद में जिन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया या फिर गाँव छोड़कर चले गए, गाँव वालों ने ये गुड़िया रखी हैं। अपनेपन की कमी को पूरा करने के लिए, गाँव वालों ने अपने प्रियजनों की शक्ल वाली गुड़िया बनाकर गलियों, पार्कों, घरों के आँगन और बगीचों में रखना शुरू कर दिया। आज इन बुजुर्गों की सबसे अच्छी दोस्त यही गुड़िया हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी उम्र की गुड़िया इस गाँव में देखने को मिलेंगी। जिनके साथ रहने की चाहत थी, उनकी गुड़िया को संजोकर रखा है इन बुजुर्गों ने। गुड़ियों से बातें करके और उनके साथ समय बिताकर ये बुजुर्ग अपनी ज़िंदगी को खुशहाल बना रहे हैं।
एक ज़माने में यह गाँव बच्चों से भरा हुआ था। लेकिन जब ये बच्चे बड़े हुए, तो गाँव वालों ने उन्हें पढ़ने के लिए गाँव के बाहर भेज दिया। पढ़ाई पूरी करने के बाद, ये बच्चे दूसरे शहरों में बस गए और वापस गाँव नहीं लौटे। नौकरी और परिवार के साथ, वे वहीं के होकर रह गए। इस तरह, गाँव से युवा और बच्चे गायब हो गए। पीछे रह गए बस कुछ बुजुर्ग। 88 साल की विधवा हिसायो यामासाकी ने एजेंसी फ्रांस-प्रेस को बताया कि अपनी युवा पीढ़ी को गाँव के बाहर भेजना उनकी बहुत बड़ी गलती थी, जिसकी आज उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।
कोविड-19 महामारी के दौरान, राय काटो और तोशिकी काटो नाम का एक जोड़ा इस गाँव में आकर बस गया। इनके बेटे कुरानोसुके काटो का जन्म इसी गाँव में हुआ। पिछले दो दशकों में इस गाँव में पैदा होने वाला यह इकलौता बच्चा है। दो साल का कुरानोसुके काटो आज पूरे गाँव की आँखों का तारा है। जापान की घटती जनसंख्या एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। देश में सबसे ज़्यादा आबादी 65 साल या उससे ज़्यादा उम्र के लोगों की है। 2023 में, जापान की कुल जनसंख्या लगातार 15वें साल घटी। पिछले साल जापान में सिर्फ़ 7,30,000 बच्चे पैदा हुए।