सार
देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड तेजी से बढ़ी है। कई जगहों पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी होने की भी खबर सामने आई है। ऐसे में नागपुर के जरीपटका इलाके में स्थित तिरपुडे हॉस्पिटल से एक सीख देने वाले पुलिसकर्मी की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
नागपुर. देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड तेजी से बढ़ी है। कई जगहों पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी होने की भी खबर सामने आई है। ऐसे में नागपुर के जरीपटका इलाके में स्थित तिरपुडे हॉस्पिटल से एक सीख देने वाले पुलिसकर्मी की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
रात को एक बजे पुलिस को मिली खबर
तिरपुडे हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म होने से हड़कंप की स्थिति बन गई। ICU में 15 मरीज भर्ती थे। उन्हें तत्काल ऑक्सीजन की जरूरत थी। ऐसे में जरीपटका पुलिस स्टेशन में रात एक बजे एक लेटर के जरिए सूचना दी गई। उस वक्त पुलिस स्टेशन में सब इंस्पेक्टर महादेव नाईकवाड़े तैनात थे। एसआई नाईकवाड़े तुरन्त एक्टिव हो गए और ऑक्सीजन का इंतजाम करने में लग गए।
4 साथियों के साथ SI पहुंच प्लांट पर
वे अपने 4 साथियों के साथ पास में स्थित एक ऑक्सीजन प्लांट पर पहुंचे। प्लांट मालिक ने प्रशासन का परमीशन लेटर न होने की वजह से ऑक्सीजन देने से मना कर दिया। लेकिन पुलिसकर्मी डटे रहे और मालिक को मनाते रहे। आखिर में 7 ऑक्सीजन सिलेंडर मिल गया।
ऑक्सीजन प्लांट से 7 सिलेंडर मिल गए
7 ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर नाईकवाड़े वहां से तुरन्त हॉस्पिटल पहुंचे। वहां रात में ही 15 मरीजों को ऑक्सीजन दी गई, जिससे की उनकी जान बची।
हॉस्पिटल ने पुलिस को धन्यवाद किया
हॉस्पिटल के डॉक्टर ने पुलिस का धन्यवाद दिया। उन्होंने सरकार से रेमडेसीविर दवाई उपलब्ध कराने की मांग की।