सार
एएचए जर्नल में प्रकाशित इस रिसर्च के मुताबिक मौत और दिल की धड़कन वापस आने के बीच पेशेंट्स को 5 तरह के अनुभव हुए।
ट्रेंडिंग डेस्क. मौत को जीवन का अंतिम सत्य कहा जाता है। इसके बाद क्या होता है, ये एक ऐसा सवाल है जो जन्म लेने वाले हर व्यक्ति के मन में रहता है। लगभग 25 सालों से मौत और उसके बेहद करीब पहुंचकर वापस आने वाले लोगों पर रिसर्च कर रहे डॉक्टर ने चौंकाने वाले राज खोले हैं। डॉ. सैम पर्निया के मुताबिक जिन एहसासों को अबतक हेल्युसिनेशन कह दिया जाता था, वो जीवन के बाद की कड़वी सच्चाई हैं।
सामने आए मौत के बाद के 5 एहसास
ब्रिटेन के डॉक्टर पर्निया अब न्यू यॉर्क में रहने लगे हैं लेकिन पिछले 25 सालों से वे केवल इसी सवाल का जवाब खोज रहे हैं कि आखिर मौत के बाद क्या होता है? उन्होंने पिछले दिनों इस विषय को लेकर 567 लोगों पर अध्ययन किया जिनकी हार्ट अटैक या किसी अन्य वजह से मौत हो गई थी, लेकिन अचानक उनमें प्राण वापस आ गए। डॉ. सैम की एक ताजा रिपोर्ट में मौत के बाद के पांच एहसासों के बारे में बताया गया है।
10 प्रतिशत जिंदा बचे लोगों पर रिसर्च
डॉक्टर पर्निया ने बताया कि ऐसे 40 प्रतिशत लोग थे जिनकी मौत होने के बाद उनके दिल की धड़कन कम से कम 20 मिनट या उससे ज्यादा वक्त के लिए वापस आ गई थी लेकिन दुर्भाग्यवश रिसर्च में शामिल लोगों में से केवल 10 प्रतिशत लोग ही जिंदा बचे और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए। उन्होंने पेशेंट से मौत और दिल की धड़कन वापस आने के बीच की यादों के बारे में जानकारी जुटाई।
मौत के बाद भी हो रहे थे ये एहसास
डॉक्टर पर्निया की इस रिसर्च में सबसे चौंकाने वाला पहलू ये था कि मेडिकली डेड माने जा चुके इन पेशेंट्स की दिल की धड़कन रुक जाने के बाद भी इन्हें अपने आसपास की चीजें याद हैं। ज्यादातर पेशेंट्स ने ये बात कही कि उन्हें अपने आसपास की चीजें सुनाई दे रही थीं, जैसे सीपीआर देना, डॉक्टर्स का आपस में बात करना आदि। इसके बाद उन्हें किसी तरह का खिंचाव भी महसूस हुआ जैसे उन्हें कहीं ले जाया जा रहा हो, जिसके साथ पूरे जीवन का फ्लैश भी दिखाई दिया।
सबसे ज्यादा हुए ये पांच अनुभव
एएचए जर्नल में प्रकाशित इस रिसर्च के मुताबिक मौत और दिल की धड़कन वापस आने के बीच पेशेंट्स को इस तरह के अनुभव हुए।
- खुशी और शांति (95 %)
- तेज रोशनी की ओर जाना (85%)
- सुरंगनुमा रास्ता (59%)
- अपने ही जीवन की प्रमुख घटनाएं दिखना (54%)
- दिल की धड़कन वापस आने के बाद बेहद सुकून महसूस करना और सकारात्मक हो जाना (95%)
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