हटके डेस्क: 2 दिसंबर को International Day for Abolition of Slavery के तौर पर मनाया जाता है। भले ही भारत आज से 72 साल पहले अंग्रेजों की चंगुल से आजाद हो गया था, लेकिन आज भी यहां एक ऐसा बड़ा वर्ग है, जो गुलामी का दंश झेल रहा है। इनमें मजदूर वर्ग के लोग शामिल हैं, जो चंद रुपयों के मेहनताने के लिए अपनी आजादी कुछ लोगों को बेच देते हैं। इन्हें बंधुआ मजदूर बनाकर रखा जाता है। आज हम आपको इन्हीं की जिंदगी की झलक दिखाने जा रहे हैं जिसमें भरा होता है बहुत सारा दर्द...