सार

रिपोर्ट में कहा गया है कि सेक्स ट्रेफिकिंग के लिए फेसबुक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। साल 2020 में 65% बच्चे को इसी के जरिए शिकार बनाया गया।

नई दिल्ली. फेसबुक से सेक्स ट्रेफिकिंग का क्या कनेक्शन है, उसे फेडरल ह्यूमन ट्रेफिकिंग रिपोर्ट के जरिए समझ सकते हैं। साल 2020 में 59 प्रतिशत सेक्स ट्रेफिकिंग की भर्ती फेसबुक पर हुई, जिसमें 65% बच्चे शामिल थे। फेसबुक के बाद टीनएजर्स के बीच लोकप्रिय एक और प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और स्नैपचैट है, जिसका इस्तेमाल बच्चों को सेक्स ट्रेफिकिंग के लिए भर्ती करने के लिए किया जा रहा है।

65% फेसबुक के जरिए भर्ती हुई

द ह्यूमन ट्रैफिकिंग इंस्टीट्यूट ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि ज्यादातर भर्तियां 2020 में ऑनलाइन हुईं।  सेक्स ट्रेफकर्स के लिए फेसबुक एक आम मंच बनता जा रहा है। केवल 36% एडल्ट्स की तुलना में सोशल मीडिया पर भर्ती किए गए चाइल्स विक्टिम में से 65% को फेसबुक के जरिए भर्ती किया गया था। फेसबुक के बाद इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म लोकप्रिय हैं। 

ह्यूमन ट्रैफिकिंग इंस्टीट्यूट के सीईओ विक्टर बुट्रोस ने कहा, इंटरनेट एक प्रमुख टूल बन गया है, जिसके जरिए तस्कर पीड़ितों की भर्ती की जाती है।   

फेसबुक ने इससे निपटने के लिए क्या किया? 

जून 2020 फेसबुक ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण से निपटने के लिए एक पहल की है, जहां वे बच्चों का शोषण करने वाली फोटो और वीडियो का पता लगा रहे हैं और उन्हें हटा रहे हैं। इसके अलावा फेसबुक, इंस्टाग्राम, मैसेंजर और व्हाट्सएप प्लेटफॉर्म पर नाबालिग और एडल्ट के बीच कुछ गलत बातचीत हुई तो उसका भी पता लगाकर उसे रोकने की कोशिश की जा रही है।