सार
5 राज्यों में चुनावी माहौल के बीच आज हम आपको बताते हैं, कि उत्तराखंड के किन मंदिरों में जाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है और इसके लिए रजिस्ट्रेशन कैसे होता है।
ट्रेंडिंग डेस्क: देशभर में इस समय पांच राज्यों - पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव (vidhan sabha chunav) की चर्चा तेज है। उत्तराखंड विधानसभा (uttarakhand election 2022) के 70 सदस्यों का चुनाव करने के लिए 14 फरवरी 2022 को उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए। सभी राज्यों के वोटों की गिनती की और परिणाम 10 मार्च 2022 को घोषित किए जाएंगे। उत्तराखंड, उत्तर भारत का एक राज्य जो अपने तीर्थ स्थलों के लिए जाना जाता है। यहां चार धाम यात्रा के लिए एक समय होता है, जिस दौरान श्रद्धालु पंजीकरण करवाकर ही यात्रा कर सकते हैं। आइए आज आपको बताते हैं कि उत्तराखंड के किन मंदिरों में जाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है...
ये भी पढ़ें- अजब-गजब: कश्मीर में हुई अनोखी घटना, पहाड़ से निकली नदी बीच रास्ते में हुई गायब, खोजने के लिए सरकार ने बनाई टीम
सरकार के आदेश के बाद शुरू होती है यात्रा
हर साल सरकार की अनुमति के बाद बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा शुरू कर दी है। जिसके बाद बदरीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड सहित धार्मिक स्थानों पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाता है। लेकिन इससे पहले सभी यात्रियों को सरकार से अनुमति लेना जरूरी होता है और सरकारी पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होता है।
इन मंदिरों में जाने से पहले रजिस्ट्रेशन जरूरी
यमुनोत्री धाम, गंगौत्री धाम, केदारनाथ धाम, बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब आदि मंदिरों में जाने से पहले आपको सरकारी पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी होता है। ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी के चलते आपको अपना फिटनेस टेस्ट भी करवाना होता है। जिन लोगों को हाई बीपी या हार्ट की समस्या होती है, उन्हें खासकर अपना पूरा बॉडी टेस्ट करवाना होता है, नहीं, तो उन्हें यहां जाने की अनुमति नहीं मिलती है।
यात्रा के खुलने और बंद होने का समय
आमतौर पर, 4 धाम की यात्रा करने का समय अप्रैल के अंत से अक्टूबर के अंत तक होता है। हालांकि, हर साल उत्तराखंड सरकार सर्किट के खुलने और बंद होने की तारीखों की घोषणा करती है।
ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
चारधाम यात्रा को उत्तराखंड से बाहर के श्रृद्धालुओं को देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। ई पास को देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http:// badrinah- Kedarnath.uk.gov.in पर भी रजिस्ट्रेशन किया सकता है। कोरोना महामारी के बाद से आपको अपना कोविड नेगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन की डबल डोज लगी होने का सर्टिफिकेट जमा करना है।
- ऊपर दी गई वेबसाइट पर लॉगिन करने के बाद यात्री अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- इसके बाद आप एक पासवर्ड जनरेट कर सकेंगे और एक कैप्चा टाइप करने के बाद लॉगिन हो जाएंगे।
-लॉगिन होने के बाद आपके दिए गए मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी के जरिए वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसके लिए आपके मोबाइल या मेल पर एक ओटीपी आएगा। इसे एंटर करने के बाद आप अपना रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।
ऐसे प्लान करें यात्रा
दिन 1: दिल्ली से हरिद्वार
दिन 2: हरिद्वार से बरकोट
दिन 3: बड़कोट / यमुनोत्री / बरकोट
दिन 4: बरकोट / गंगोत्री
दिन 5 - गंगोत्री / उत्तरकाशी
दिन 6: उत्तरकाशी / सीतापुर
दिन 7: सीतापुर/गौरीकुंड/केदारनाथ
दिन 8: केदारनाथ / रुद्रप्रयाग
दिन 9: रुद्रप्रयाग/बद्रीनाथ
दिन 10: बद्रीनाथ / बिरही
दिन 11: बिरही/ऋषिकेश
दिन 12: ऋषिकेश/दिल्ली
ये भी पढ़ें- मेदाराम जतारा: ये है एशिया का सबसे बड़ा आदिवासी मेला; देखने को मिलती हैं अद्भुत परंपराएं; देखिए कुछ PICS
Manipur election 2022: स्वर्ग जैसी खूबसूरत है नॉर्थ ईस्ट की ये 10 जगह, एक बार जरूर करें सैर