सार

दुनिया के सबसे गंदे इंसान का 87 साल की उम्र में निधन हो गया। इस शख्स ने अपने शरीर को बीते 67 साल से पानी से दूर रखा हुआ था। वह मरे हुए जानवरों का मांस खाता था और ईरान में रहता था। 

देजगाह (ईरान)। कहा जाता है कि स्वस्थ्य रहने के लिए स्वच्छ रहना बेहद जरूरी है। इससे आप बीमारी से भी बचे रहेंगे और लंबी उम्र तक जी सकेंगे, मगर क्या आप जानते हैं कि जिस आदमी को दुनिया के सबसे गंदे व्यक्ति होने का खिताब हासिल था, वह कितने उम्र तक जिया। यह जानकर आप चौंक जाएंगे कि गत मंगलवार को उसकी मौत जब हुई तो वह 87 साल का था। ईरान के इस अनोखे व्यक्ति का नाम था अमाउ हाजी और इसने गंदे रहने की हद पार कर दी थी। 

अमाउ बीते 67 साल से नहाया नहीं था। इसे दुनिया का सबसे गंदा आदमी कहा जाता था। यह ईरान के दक्षिणी फार्स राज्य के देजगाह गांव में अकेले रहता था। दरअसल, अमाउ को डर था कि अगर उसने नहाया तो उसे कई तरह की बीमारियां हो जाएंगी। संक्रमण की वजह से उसकी मौत हो जाएगी। आश्चर्य करने वाली बात यह है कि अमाउ जब मरा, तब उसे किसी तरह की खास बीमारी नहीं थी और उसकी मौत प्राकृतिक वजह से हुई। हालांकि, सोशल मीडिया पर अमाउ की उम्र और नहाने के समय अंतराल को लेकर कई अलग-अलग तरह की बात कही जा रही है। कोई उसकी उम्र 94 साल होने का दावा कर रहा, तो कोई 87 साल। वहीं, कुछ ट्वीट में दावा किया गया कि उसने 50 साल से नहीं नहाया, तो कुछ ट्वीट में 60 साल या 65 साल तक नहीं नहाने का दावा किया गया है। 

अमाउ के बाद बनारस के कलाऊ को मिल सकता है ये खिताब 
अमाउ के मरने के बाद अब दुनिया के सबसे गंदे आदमी का खिताब भारत के एक शख्स के पास जा सकता है। दावा किया जाता है कि भारत में यूपी के वाराणसी जिले में कलाऊ सिंह नाम का एक शख्स रहता है, जिसने 30 करीब साल से नहाया नहीं है। खुद को शिव के भक्त बताने वाले कलाऊ की शर्त यह है कि जब तक भारत को उसकी सभी समम्सयाओं से निजात नहीं मिल जाता, वे बदन पर पानी नहीं डालेंगे। 

कुछ हफ्ते पहले गांव वालों ने जबरदस्ती नहलाया था 
दावा किया जाता है कि अमाउ जब युवा अवस्था में थे, तब उन्हें कुछ ऐसी परेशानियों से गुजरना पड़ा, जो उनके लिए भयावह हादसे से कम नहीं था। उन्हें लगा कि अगर वे सफाई से रहे तो बीमार हो जाएंगे और बाद में उनकी मौत हो जाएगी। इसी भ्रम में वे 67 साल तक नहीं नहाए। वे अकेले रहते थे, क्योंकि गंदगी के कारण उनके साथ कोई रहना पसंद नहीं करता था। वे मरे हुए जानवरों का मांस खाते और भरपूर नशा करते। कुछ हफ्तों पहले जब उनकी तबीयत खराब हुई, तब गांव वाले उनके पास गए जरूर, मगर किसी तरह सबसे पहले उन्हें बाथरूम ले जाया गया और नहलाया गया।

हालांकि, तबीयत पहले से खराब थी, ऐसे में ये नहीं बताया जा सकता कि उनकी बाद में जो तबीयत बिगड़ी वो नहाने की वजह से थी या पहले बीमार होने की वजह से। अमाउ दुनियाभर में चर्चित था। 2013 में उनके इस अद्भुत जीवनशैली पर एक छोटी डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई गई थी, जिसमें दिखाया गया था कि वह कि अपना जीवन किस तरह  बीता रहे थे। 

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