सार
काफी देर तक जब बच्चों का पता नहीं चला, तब परिजन तलाश करते हुए कार तक पहुंचे। देखा कि बच्चे कार में बेहोश पड़े हैं, जैसे-तैसे कार खोलकर बच्चों को जब तक बाहर निकाला। तब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी थी, जबकि दो बच्चों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुरादाबाद (Uttar Pradesh) । घर वालों की लापरवाही से चार मासूम बच्चे खेलते-खेलते कार में लॉक हो गए। परिवार वालों की जब तक नजर पड़ती तब तक देर हो चुकी थी। दम घुटने से 2 बच्चों की कार में ही मौत हो गई, जबकि दो बच्चें तड़प रहे थे। जिन्हें गंभीर हालत में लोगों ने बाहर निकलकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
यह है पूरा मामला
मूंढापांडे थाना क्षेत्र के वीरपुर में रहने वाले बब्बन की फोर्ड आइकॉन कार घर के बाहर खड़ी थी। सुबह 8 बजे बब्बन के भाई और बहन के बच्चे खेलते-खेलते कार में बैठ गए। कार का दरवाजा अंदर से लॉक कर लिया। कार में जितनी ऑक्सीजन थी, तब तक बच्चे खेलते रहे, उसके बाद कार में ऑक्सीजन खत्म होने से बच्चे बेहोश हो गए, जिसमें बब्बन का भाई नासिर का 5 साल का बेटा अल्ताफ और साद की कार में ही दम घुटने से मौत हो गई। वहीं बब्बन की बहन के दोनों बच्चे कार में ही तड़पने लगे।
इस तरह हुई जानकारी
काफी देर तक जब बच्चों का पता नहीं चला, तब परिजन तलाश करते हुए कार तक पहुंचे। देखा कि बच्चे कार में बेहोश पड़े हैं, जैसे-तैसे कार खोलकर बच्चों को जब तक बाहर निकाला। तब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी थी, जबकि दो बच्चों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।