सार
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में दूसरे डीएम को निलंबित कर इसे बड़ी कार्रवाही मानी जा रही है। सोमवार को औरैया के जिलाधिकारी सुनील वर्मा को भ्रष्टाचार व लापारवाही के आरोप में निलंबित कर दिया। वहीं, मंगलवार को ही उनके करीबियों पर सुबह से ही विजिलेंस टीम ने छापेमारी शुरू कर दी है।
औरैया: उत्तर प्रदेश के जिले औरैया के डीएम सुनील वर्मा को निलंबित कर दिया गया था। उनपर भ्रष्टाचार और लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्हें सोमवार को पद से हटा दिया गया। लेकिन अब इसके बाद अब उनके करीबियों पर शासन ने कड़ी नजर रखना शुरू कर दी है। मंगलवार की सुबर करीब 9:30 बजे लखनऊ व कानपुर से विजिलेंस की संयुक्त टीम ने जनपद के कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की है। दोनों जनपदों में खनन व जमीन के मामलों में कई बड़े नाम सामने आ रहे हैं। इसलिए उनपर अब कड़ी कार्रवाई की तैयारी है। छापेमारी की कार्रवाई से जनपद में खनन कराने वालों और भूमाफियाओं में खलबली मची हुई है।
करीबियों पर विजिलेंस की छापेमारी शुरू
औरैया के डीएम सुनील वर्मा को संस्पेंड करने के बाद विजिलेंस ने छापेमारी करना शुरू कर दिया है। उन पर आरोप है कि लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से उनको निलंबित किया गया है। इसके साथ ही उनकी प्रॉपर्टी की भी जांच करने के निर्देश दिए गए थे। इसी को बढ़ाते हुए उनके करीबियों पर शासन ने नजरें टेढ़ी कर दी हैं। कानपुर और लखनऊ की विजिलेंस की संयुक्त टीम ने कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है।
यूपी सरकार की दूसरी बड़ी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में दोबारा सीएम योगी के वापसी के बाद से ऐसी कई कार्यवाई हो चुकी है जिसमें अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। उसी प्रकार भ्रष्टाचार और काम में लापरवाही के आरोप में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने औरेया जिलाधिकारी सुनील वर्मा को भी सोमवार को निलंबित कर दिया था। यूपी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई बताई गई क्योंकि इससे पहले सोनभद्र के डीएम को निलंबित किया था। औरेया के डीएम के खिलाफ मंडलायुक्त कानपुर और एडीजी कानपुर जोन की जांच रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की गई है। डीएम के खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति की शिकायतों पर सतर्कता जांच का भी निर्देश सोमवार को ही दे दिया गया था।
कई जगहों पर विजिलेंस ने मारा छापा
इसी क्रम को बढ़ाते हुए मंगलवार की सुबह उच्चाधिकारियों ने विजिलेंस जांच शुरू कराई है। राजधानी लखनऊ और कानपुर की संयुक्त टीम में विनोद कुमार, अभिमन्यु यादव समेत चार सदस्य शामिल हैं। मंगलवार की सुबह यानी पांच अप्रैल को सुबह साढ़े नौ बजे टीम औरैया पहुंची और हरि तिवारी, श्रीधर पांडे और संतोष व छोटे के ठिकानों पर छापेमारी की। अयाना थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीझलपुर, मुरादगंज के अलावा कई जगह छापे मारे गए हैं। जिन लोगों के यहां यह जांच शुरू की गई है। यह सभी खनन व भूमि के मामलों से जुड़े हुए हैं। इनमें जिले के कई बड़े चेहरों भी शामिल हैं। जिसका अधिकारी पता लगाने में जुटे हुए हैं। शासन की ओर से शुरू हुई इस कवायद से उन सभी लोगों में खलबली है।
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