सार
मुस्लिम नेताओं की ओर से खुलकर उठाए जा रहे बगावती स्वर को देख समाजवादी पार्टी अब विरोध को मैनेज करने में जुट गई है। इसी कड़ी में बरेली के सपा विधायक शहजिल इस्लाम पर की गई कार्रवाई को अब अखिलेश यादव सियासी मुद्दा बनाने जा रहे हैं।
राजीव शर्मा
बरेली: अपनी पार्टी के कुछ मुस्लिम नेताओं की ओर से मुखर हो रहे स्वर को देखते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अखिलेश यादव अब गंभीर होने लगे हैं। शुरुआत वह बरेली में सपा विधायक शहजिल इस्लाम के खिलाफ की गई सरकारी कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाकर करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर विवादास्पद बयान देने के बाद सपा विधायक शहजिल पर मुकदमा दर्ज होने और उनका पेट्रोल पंप ध्वस्त किए जाने के खिलाफ समाजवादी पार्टी अब मुखर होने जा रही है। इसके खिलाफ अखिलेश यादव ने पार्टी के 12 वरिष्ठ नेताओं की टीम बनाई है। यह टीम अपने स्तर से शहजिल पर लगे आरोपों की जांच करेगी। बरेली के प्रशासनिक अफसरों से मिलकर मामले में कार्रवाई रोकने का दबाव भी बनाएण्गी।
टीम में ये नेता शामिल, अखिलेश ने मांगी रिपोर्ट
शहजिल इस्लाम पर दर्ज मुकदमे और उनके पेट्रोल पंप को ध्वस्त किए जाने के मामले की जांच के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद में पार्टी के नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर की अगुवाई में पार्टी नेताओं की 12 सदस्यीय टीम बनाई है। इसमें पूर्व मंत्री ओंकार सिंह यादव, कमाल अख्तर, भगवत सरन गंगवार, पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव, प्रवीण सिंह ऐरन, पूर्व मेयर डॉ. आईएस तोमर, पूर्व विधायक विजय पाल सिंह और सुल्तान बेग के अलावा, पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष तथा एमएलसी डॉ. राजपाल कश्यप के अलावा बरेली से सपा के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष भी शामिल किए गए हैं।
सपा की यह टीम पार्टी के प्रतिनिधि मंडल के रूप में 26 अप्रैल को बरेली पहुंचेगी और अपने स्तर से शहजिल इस्लाम के ध्वस्त किए गए पेट्रोल पंप के नियमानुसार होने न होने की जांच करेगी। हमारी बंदूक से धुआं नहीं, गोली निकलेंगी... वाले विवादास्पद बयान के मामले की भी जांच करेगी और उसी दिन जिलाधिकारी बरेली से मिलकर इस मामले में की जा रही कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग करेगी। टीम बाद में अपनी रिपोर्ट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपेगी।
विधानसभा में उठाया जाएगा मामला
माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की तैयारी शहजिल इस्लाम पर की जा रही कार्रवाई को विपक्ष के खिलाफ सरकार की ओर से दमनात्मक रवैये के रूप में पेश करने की है और पार्टी की 12 सदस्यीय टीम की रिपोर्ट के आधार पर इस मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा। बता दें कि विधायक शहजिल इस्लाम पर विवादास्पद बयान के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल बरेली पहुंचे थे, तभी उन्होंने कह दिया था कि शहजिल इस्लाम पर जानबूझकर दुर्भावनावश कार्रवाई की जा रही है और इस मामले को विधानसभा में पुरजोर ढंग से उठाया जाएगा।
आजम खां के मामले में शिवपाल के बयान के बाद सक्रिय हुई सपा
गौरतलब है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव एक दिन पहले शुक्रवार को सीतापुर जेल में बंद पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां से मिले थे और इस मुलाकात के बाद उन्होंने बयान दिया कि अगर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव चाहते तो आजम खां जेल से बाहर होते। इसके अगले दिन ही बरेली जिले की भोजीपुरा सीट से सपा विधायक शहजिल इस्लाम के मामले में अखिलेश यादव ने टीम बना दी। ऐसे में, माना जा रहा है कि कई दिनों से कुछ मुस्लिम नेताओं की ओर से फूट रहे बगावती स्वरों के बीच शिवपाल का बयान भी आते ही अखिलेश यादव ने सक्रिय होने मुनासिब समझा है।