सार

सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र में कुल 3 लाख 25 हजार 588 मतदाता हैं। जातिगत समीकरण की बात करें तो इस विधानसभा में हरिजन मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा मानी जाती है यह हरिजन मतदाताओं की संख्या 55 हजार के करीब है। वही दूसरे नंबर पर इस विधानसभा में यादव जाति का दबदबा है। यहां पर यादव लगभग 51 हजार के करीब हैं। इसके साथ इस विधानसभा में ठाकुर, ब्राह्मण, राजभर, मुस्लिम बिरादरी सहित अन्य बिरादरी के मतदाता है। 
 

अनुज तिवारी
चंदौली:
 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर रही हैं। समाजवादी पार्टी ने अपने लिस्ट में वाराणसी मंडल में आने वाले चंदौली जिले के सकलडीहा विधानसभा सीट से पुन प्रभुनारायण यादव का नाम घोषित कर दिया । समाजवादी ने छठी बार प्रभु नारायण पर भरोसा जताया हैं । 

सकलडीहा विधानसभा सीट 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव में पहली बार यह सीट अपने वजूद में आई इससे पहले इस विधानसभा का नाम धानापुर था। 2017 के चुनाव में यह विधानसभा सीट चर्चा का विषय बनी हुई थी। बीजेपी लहर के बावजूद सकलडीहा से समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी। इस बार भी यहां मुख्य लड़ाई समाजवादी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के बीच ही मानी जा रही है।

2017 का जनादेश
2017 में समाजवादी पार्टी के प्रभुनारायण यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी सूर्यमणि तिवारी को करीब 15 हजार मतों के अंतर से हराया था। बीएसपी के उपेंद्र तीसरे नंबर पर रहे थे। 

हमेशा चर्चा में रहा है सकलडीहा विधानसभा सीट
सकलडीहा विधानसभा से 1967 में सोशलिस्ट पार्टी के बैजनाथ ने जीत दर्ज की थी। वहीं 2007 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के सुशील कुमार सिंह ने जेल से नामांकन कर के चुनावी मैदान लड़े थे और समाजवादी पार्टी के प्रभु नारायण सिंह को 17239 वोटों से हराया था तब यह विधानसभा सीट चर्चा का विषय बनी रही। 2012 में इस सीट पर बसपा से टिकट कटने के बाद सुशील सिंह निर्दल प्रत्याशी के रूप में लड़ें और समाजवादी पार्टी के प्रभु नारायण सिंह को हराया। पुनः यह विधानसभा तब चर्चा में बना रहा जब 2017 में मोदी लहर के बाद भी समाजवादी पार्टी को जीत मिली । 

जब चर्चा का विषय बने थे विधायक प्रभु नारायण सिंह
कुछ दिन पहले चंदौली से एक वीडियो खुब चला था जिसमें सीएम के कार्यक्रम में जाने से रोके जाने पर सपाइयों के विरोध के दौरान सीओ अनिरुद्ध सिंह से अपना सिर लड़ाने का विधायक प्रभु नारायण सिंह का वीडियो खूब वायरल हुआ था और उनके ऊपर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। 

अब तक तीन बार विधायक बन चुके हैं प्रभु नारायण सिंह
प्रभु नारायण सिंह ने 1996 में समाजवादी पार्टी की तरफ से पहली बार चुनाव लड़ा था उसमें उनको बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी ज्ञानेंद्र कुमार से जीत मिली थी। पुनः 2002 में दूसरी बार प्रभु नारायण सिंह ने बहुजन समाज पार्टी के ही प्रत्याशी सुशील सिंह को 26 वोटों के अंतर से हराया था। 2017 में विधानसभा चुनाव में सुनील सिंह को भारतीय जनता पार्टी के तरफ से टिकट मिला 2017 में सुशील सिंह सैयदराजा विधानसभा से चुनाव लड़ने चले गए। जिसके बाद प्रभु नारायण सिंह मोदी लहर में भी पुन चुनाव जीते।

जातीय समीकरण
सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र में कुल 3 लाख 25 हजार 588 मतदाता हैं। जातिगत समीकरण की बात करें तो इस विधानसभा में हरिजन मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा मानी जाती है यह हरिजन मतदाताओं की संख्या 55 हजार के करीब है। वही दूसरे नंबर पर इस विधानसभा में यादव जाति का दबदबा है। यहां पर यादव लगभग 51 हजार के करीब हैं। इसके साथ इस विधानसभा में ठाकुर, ब्राह्मण, राजभर, मुस्लिम बिरादरी सहित अन्य बिरादरी के मतदाता है।