सार
यूपी के अयोध्या में भगवान राम और माता सीता के विवाह का आनंद छाया हुआ है। दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान राम की बारात में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं। बता दें कि आज अयोध्या के 11 मंदिरों से भगवान श्रीराम की बारात निकाली जाएगी।
अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में भगवान राम और माता सीता के विवाह की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही है। बता दें कि भगवान श्रीराम और उनके भाइयों की हल्दी-तिलक और मेंहदी समारोह होने के बाद अब विवाह महोत्सव का आनंद छाया हुआ है। वहीं 28 नवंबर यानि की आज दोपहर से लेकर रात 10 बजे तक 11 मंदिरों से बारात निकाली जाएगी। इस महोत्सव में लाखों राम भक्तों ने हिस्सा लिया है। वहीं धार्मिक मान्यता के मुताबिक, मार्गशीर्ष पंचमी तिथि पर श्री राम विवाहोत्सव का आयोजन होता है। भगवान के विवाह की सबसे प्राचीन परंपरा महाराजा दशरथ महल की मानी जाती है।
श्रद्धालुओं में दिखा रामविवाह का आनंद
बता दें कि इस समारोह में शामिल होने के लिए कोलकाता, मुम्बई, पंजाब सहित देश के अनेक शहरों और यूपी के अधिकांश जिलों के भक्त भगवान के विवाह का महोत्सव देखने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं। वहीं कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि वह मारवाड़ी रीति-रिवाजों के साथ राम विवाह मनाएंगे। मेंहदी रस्म होने के चलते सभी श्रद्धालु हाथों में मेहंदी लगा रहे हैं। वहीं श्रीराम विवाह में शामिल एक भक्त ने बताया कि वह इस समारोह को लेकर काफी खुश हैं और बेसब्री से भगवान राम के विवाह समारोह का इंतजार कर रहे हैं। वहीं अयोध्या के मठ और मंदिरों को रंग-बिरंगी झालरों और फूलों से सजाया गया है।
इन मंदिरों से निकाली जाएगी बारात
इसके साथ ही आज विधि-विधान से पाणिग्रहण संस्कार की रस्म भी पूरी की जाएगी। इसके अलावा श्रद्धालु कन्यादान में अपनी यथाशक्ति के अनुसार माता सीता को भेंट समर्पित करेंगे। इसके बाद 29 नवंबर को श्रीराम का कुंवर कलेवा किया जाएगा। वहीं वधू पक्ष की तरफ से अखिल ब्रह्माण्ड नायक परात्पर ब्रह्म को ही दूल्हा सरकार के रूप में मधुर गीतों से नवाजा जाएगा। बता दें कि अयोध्या में कनक भवन, दशरथ महल, रंग महल, विभूति भवन, राम हर्षण कुंज, जानकी महल, राम वल्लभा कुंज और दूसरे कई स्थानों से भगवान श्रीराम की बारात निकाली जाएगी। इस दौरान तिलक, हल्दी रस्म, मेहंदी रस्म का आयोजन किया गया है। वहीं दूसरे दिन भगवान राम और माता सीता का विदाई समारोह का आयोजन किया जाएगा।