सार

यूपी के बलिया में सपा विधायक संग्राम सिंह यादव और कोतवाली प्रभारी के बीच रेलवे स्टेशन के बाहर वाहन खड़ा करने को लेकर विवाद हो गया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले की जांच सीओ को सौंपी गई है।

बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिला मुख्यालय पर रेलवे स्टेशन के सामने समाजवादी पार्टी के विधायक संग्राम सिंह और कोतवाली प्रभारी के बीच विवाद हो गया। बता दें कि दोनों के बीच स्टेशन के सामने वाहन खड़ा करने को लेकर विवाद हुआ था। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद अफसर एक्शन में आ गए हैं। आला-अधिकारियों ने मामले की जांच करने के निर्देश दिये हैं। बता दें कि मामले की जांच एक पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सामने वाहन की पार्किंग को लेकर इस मामले ने तूल पकड़ा था। 

वाहन पार्किंग को लेकर हुआ विवाद
एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि जांच का जिम्मा पुलिस उपाधीक्षक को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं एक पुलिस अधिकारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार शाम को विधायक संग्राम सिंह यादव के बेटे ने अपनी लग्जरी गाड़ी रेलवे स्टेशन के सामने पुलिस पिकेट से सटाकर खड़ी कर दी थी। जिसपर पुलिस पिकेट के बाहर कुर्सी पर बैठे कोतवाली प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह ने विधायक के बेटे को वहां से गाड़ी हटाने के लिए कहा था। 

सपा विधायक ने लगाए ये आरोप
इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। वहीं थोड़ी देर बाद मामले की जानकारी होने पर सपा विधायक भी अपने बेटे के पक्ष में मौके पर पहुंच गए। वहीं विधायक संग्राम सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनके बेटे से कोतवाली प्रभारी ने वाहन हटाने के लिए कहा था। जिस पर वह वाहन हटाने के लिए तैयार भी हो गया था। लेकिन उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस दौरान कोतवाली प्रभारी उनके बेटे को अपशब्द कहने लगे। जब उनके बेटे ने इसका विरोध किया तो वह उसे देख लेने की धमकी देने लगे। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोतवाली प्रभारी ने कहा कि सपा सरकार नहीं है। विधायक ने रोष जताते हुए कहा कि वह पुलिस अधिकारियों से इस मामले की शिकायत करेंगे।

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