सार
अहमदाबाद के परीक्षण सेंटर में इसकी क्षमता आंकी जाएगी। जैकेट परीक्षण के लिए अहमदाबाद भेज दी गई है। बता दें कि पहले यह 630 मीटर प्रति सेकेंड की गति से आने वाली 7.62 कैलीबर की हार्डकोर स्टील बुलेट के लिए बनी थी।
कानपुर (उत्तर प्रदेश)। देश की सबसे हल्की और मजबूत बुलेट प्रूफ जैकेट 'भाभा कवच, अब और ताकतवर बन गई है। अब यह 700 मीटर प्रति सेकेंड की गति वाली गोली को भी मात दे देगी। यह बदलाव गृह मंत्रालय की जरूरत के अनुसार किया गया है।
अहमदाबाद में आंकी जाएगी क्षमता
अहमदाबाद के परीक्षण सेंटर में इसकी क्षमता आंकी जाएगी। जैकेट परीक्षण के लिए अहमदाबाद भेज दी गई है। बता दें कि पहले यह 630 मीटर प्रति सेकेंड की गति से आने वाली 7.62 कैलीबर की हार्डकोर स्टील बुलेट के लिए बनी थी।
वजन में मामूली फर्क
सामान्य तौर पर बुलेटप्रूफ जैकेट का वजन 17 किलोग्राम होता है, लेकिन भाभा कवच का कुल वजन 9.2 किलोग्राम ही है। हालांकि इसे अपग्रेड करने के कारण इसके वजन में कुछ ग्राम की हल्की बढ़ोतरी हो गई है।
नजदीक से हमला करने पर भी बचेगी जान
जब हमलावर बेहद नजदीक से फायरिंग कर रहे हों, वह भी 7.62 कैलीबर की हार्ड कोर स्टील बुलेट से तो भी कोई दिक्कत नहीं होगी।
इस लिए बढ़ाई गई ताकत
भाभा अनुसंधान केंद्र की तकनीक पर मिश्र धातु निगम (मिधानि) हैदराबाद और आर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री कानपुर ने भाभा कवच का निर्माण किया था। इसके बाद मिधानि ने इसकी धातु में बहुलकों को और सघन करके इसे आर्डनेंस फैक्ट्री को उपलब्ध कराया। आर्डनेंस फैक्ट्री ने अब इसे पूरी तरह तैयार कर लिया है। बता दें कि आतंकियों के पास हाई स्पीड गन और स्टील की हार्ड कोर बुलेट को देखते हुए इसकी ताकत और बढ़ाई गई है।