सार

काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक पोस्टर पर विश्वविद्यालय के छात्रों ने आपत्ति जताई है। पोस्टर में विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर ने भगवान राम की जगह खुद की और सीता के जगह अपनी पत्नी की तस्वीर प्रदर्शनी में लगाई है।

अनुज तिवारी

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट विभाग में एक प्रदर्शनी आयोजित की गई है। यह प्रदर्शनी 1 महीने तक चलने वाली है। इस प्रदर्शनी में विभिन्न कलाओं को प्रदर्शित किया गया है और इसी प्रदर्शनी में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अमरेश कुमार ने अपने एक कैलेंडर को प्रदर्शित किया है। जिसमें उन्होंने भगवान राम के चेहरे की जगह खुद का और सीता की जगह अपने पत्नी का चेहरा लगाया है। इस तस्वीर के सामने आने से छात्रों में आक्रोश है। 

छात्रों ने डीन से की शिकायत
विश्वविद्यालय के एक छात्र ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि हमें पता चला है कि विश्वविद्यालय के एक चित्र प्रदर्शनी में भगवान राम के चित्र के साथ खिलवाड़ हुआ है। वहां के प्रोफेसर ने भगवान राम के चित्र में अपनी और अपनी पत्नी की तस्वीर को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया है। छात्रों ने कहा कि इसको लेकर हम डीन से शिकायत करेंगे। अगर विश्वविद्यालय प्रोफेसर के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही नहीं करता है तो हम उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।

प्रोफेसर साहब ने बातों को घुमाया
इस पूरे मामले पर प्रोफेसर साहब से बातचीत की गई तो उन्होंने इसे आस्था का रूप दिया। उन्होंने कहा कि भगवान राम सभी के यहां है, हमारा परिवार भगवान राम का भक्त है। जब उनसे इस चित्र के बारे में पूछा गया तो प्रोफेसर साहब बात को घुमाने लगें। फिलहाल इस मामले को लेकर छात्रों में काफी आक्रोश है। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर क्या कार्यवाही करता है या देखना होगा। 

आज काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय के महामना वीथिका में भगवान राम के चित्र के साथ निरादर के विषय पर छात्रों के समूह ने संकाय प्रमुख का घेराव किया। उनसे संबंधित प्रोफेसर को निलंबित करने एवं नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्वयं के इस्तीफे देने की मांग की। छात्रों का आरोप है कि यह पूरा घटनाक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सुनियोजित व वरदहस्त प्राप्त है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगातार कुछ समय से सनातन धर्म के आराध्य, मूल प्रतीकों व मान्यताओं व मूल्यों पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है। 

संकाय प्रमुख पर फूटा छात्रों का गुस्सा 
छात्रों के घेराव के कारण संकाय में भारी गहमागहमी बनी रही। संकायप्रमुख से संतोषजनक उत्तर प्राप्त न होने पर छात्रों ने केंद्रीय कार्यालय की ओर कूच कर दिया। कुलपति के अनुपस्थिति में विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों की मांग पर कठोर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए संबंधित शिक्षक एवं संकाय प्रमुख पर विभागीय व अनुशासनात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया तथा उचित विधिक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। 

छात्रों ने कहा भगवान राम का अपमान स्वीकार नहीं 
इस अवसर पर छात्रनेता अधोक्षज पाण्डेय ने कहा कि प्रभु राम का अपमान स्वीकार नहीं है, यहां का छात्र ऐसे तत्वों का प्रखरता से विरोध करेगा। छात्रनेता अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि राम हमारे आराध्य है और आराध्य का अपमान किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेंगे।

हिंदुत्व व सनातन परंपराओं का संवर्धन करना
पतंजलि पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना का मूल हिंदुत्व व सनातन परंपराओं का संवर्धन करना है, विश्वविद्यालय का छात्र इसे स्वीकार नहीं करेगा। जिसमें प्रमुख रूप से वरिष्ठ छात्रनेता अवनींद्र रॉय, अभिनव शंकर- न्यूटन, वैभव तिवारी, आशीर्वाद दुबे, अक्षय तिवारी, उत्कर्ष, मृत्युंजय तिवारी, आलोक सिंह, देवराज, सचिन, शिखर आदि छात्र उपस्थित रहें।

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