सार
सीएम ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस दलितों के सबसे बड़े विरोधी हैं। अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों को 2015 और 201 में छात्रवृत्ति दी ही नहीं गई। हमारी सरकार आई तो सबको दिया गया।
लखनऊ (उत्तर प्रदेश) । एससी-एसटी आरक्षण को 10 और साल बढ़ाने के लिए बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को जमकर आड़े हाथों लिया। अपने भाषण के दौरान हंगामे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यही विपक्ष का असली चेहरा है। मुख्यमंत्री ने 'सबक' शब्द से सपा, बसपा और कांग्रेस पर हमला किया। कहा बसपा गरीबों, पिछड़ों और दलितों की हितैषी नहीं है। सपा व कांग्रेस ने कभी गरीबों व दलितों की ओर ध्यान नहीं दिया।
हम गरीबों, वंचितों व पिछड़ों के लिए योजनाएं बना रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम गरीबों, वंचितों व पिछड़ों के लिए योजनाएं बना रहे हैं। विपक्ष वोट बैंक बनाने में जुटा है। संविधान में 126वां संशोधन के तहत विधायिका में 25 जनवरी 2020 तक ही आरक्षण का समय था। हमारी सरकार किसी जाति मजहब के लिए नहीं है। भारत के विकास के लिए यह प्रावधान है, जिससे सब एक साथ आगे बढ़ सकें।
विपक्ष आरक्षण विरोधी
मुख्यमंत्री ने 'सबक' शब्द से सपा, बसपा और कांग्रेस पर हमला किया। कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस दलितों के सबसे बड़े विरोधी हैं। अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों को 2015 और 201 में छात्रवृत्ति दी ही नहीं गई। हमारी सरकार आई तो सबको दिया गया।
साल के आखिरी दिन बनाया रिकार्ड
सीएम ने कहा कि हमने क्षेत्र और भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं किया। इसलिए इसके समर्थन में सभी सदन में आज उपस्थित हैं। लोकसभा में भी सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित हुआ है। यहां भी पूरे सदन से अपील करता हूं कि वे इसे सर्व सम्मति से पारित करें। हम लोगों ने 2 अक्टूबर को विशेष सत्र बुलाया था। 26 नवम्बर को विशेष सत्र बुलाया था और आज साल के आखिरी दिन भी विशेष सत्र बुलाकर हमने रिकार्ड बनाया है।