सार
राज्य स्तरीय समन्वयक, तेल उद्योग और कार्यकारी निदेशक एवं राज्य प्रमुख, इंडियन ऑयल, उत्तर प्रदेश राज्य कार्यालय-1, डॉ. उत्तीय भट्टाचार्य ने बताया कि “सक्षम” अभियान को (16 जनवरी से 15 फरवरी तक) पूरे एक माह तक अनवरत पूरे प्रदेश में सभी तेल कम्पनियों के द्वारा चलाया गया, जिसमें 20,000 से अधिक गतिविधियों के माध्यम से लोगों को पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण और ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग करने के लिए जागरूक और प्रेरित किया गया।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । राज्य मंत्री (राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण) विजय कुमार कश्यप ने आज वर्चुअल माध्यम से जन-केन्द्रित ईंधन संरक्षण मेगा अभियान ‘सक्षम-2021’ का समापन किया। पीसीआरए के तत्त्वाधान में आयोजित किए जाने वाले इस संरक्षण क्षमता महोत्सव – सक्षम – अभियान का मूल उदेश्य है – देश की जनता को हरित और वैकल्पिक ऊर्जा के प्रयोग के विषय जागरूक करना और इसके माध्यम से पूरे देश को पर्यावरण संरक्षण तथा वैश्विक तापमान को कम करने के प्रयासों से भी जोड़ना है।
मंत्री ने कही ये बातें
राज्य मंत्री विजय कुमार कश्यप ने जनता से अपील करते हुए कहा कि ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में भारत को समृद्ध बनाने के लिए तेल कम्पनियों द्वारा चलाए जा रहे मेगा अभियान का हिस्सा बनें। साथ ही उन्होनें इस अभियान की इस वर्ष की थीम –‘हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा’ के विषय में चर्चा करते हुए हरित ऊर्जा को आज की आवश्यकता बताते हुए सभी से इसपर ध्यान केन्द्रित करने और ऊर्जा के हरित विकल्पों को अपनाने को कहा। इस अवसर पर हिन्दुस्तान पेट्रोलियम, लखनऊ के प्रमुख संजय मल्होत्रा; भारत पेट्रोलियम, लखनऊ के प्रमुख राजीव जायसवाल ; गेल-लखनऊ के प्रमुख आरके दास ने भी अपनी उपस्थिति से समारोह की गरिमा बढ़ायी।
एक माह में की गई दो हजार गतिविधियां
राज्य स्तरीय समन्वयक, तेल उद्योग और कार्यकारी निदेशक एवं राज्य प्रमुख, इंडियन ऑयल, उत्तर प्रदेश राज्य कार्यालय-1, डॉ. उत्तीय भट्टाचार्य ने बताया कि “सक्षम” अभियान को (16 जनवरी से 15 फरवरी तक) पूरे एक माह तक अनवरत पूरे प्रदेश में सभी तेल कम्पनियों के द्वारा चलाया गया, जिसमें 20,000 से अधिक गतिविधियों के माध्यम से लोगों को पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण और ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग करने के लिए जागरूक और प्रेरित किया गया।
30 जिलों में साइक्लोथॉन का आयोजन
लखनऊ सहित 30 जिलों में साइक्लोथॉन का आयोजन किया गया, जिसमे बच्चों, युवाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अभियान में 3000 से अधिक एलपीजी पंचायतों का आयोजन किया गया। इनके माध्यम से प्रदेश स्तर पर जन-जागरण को जोड़ा गया। वहीं, लखनऊ, कानपुर, आगरा, प्रयागराज और अलीगढ़ में स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस अभियान से सम्बन्धित वॉल-पेंटिंग प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में भाग लिया और अपने द्वारा बनाए गए चित्रों के माध्यम से पेट्रोलियम संरक्षण के सन्देशों को जनता तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभायी।