सार


फोरेंसिक टीम के जाने के बाद आरपीएफ निरीक्षक नरेश मीना ने ट्रेन से अलग की गई इस बोगी को आगे जांच के लिए सील कर दिया। वहीं मौके पर डॉग स्‍क्‍वायड भी पहुंचा और आवश्‍यक कार्रवाई के दौरान काफी सतर्कता भी बरती गई। गाजीपुर जनपद के जंगीपुर और मरदह क्षेत्र से इस हादसे में दो लोगों के घायल होने की सूचना रेलवे की ओर से दी गई है।


वाराणसी ( Uttar Pradesh)। गाजीपुर- प्रयाग डेमू ट्रेन में के एक बोगी में धमाका हुआ है। धमाका हालांकि कम तीव्रता का था, मगर इस हादसे में चार यात्री घायल हो गए हैं। रेलवे प्रशासन और जांच सुरक्षा जांच टीम ट्रेन में हुए इस धमाके की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि ये धमाका बीती आधी रात एक बोगी में उस समय हड़कंप मच गया जब वाराणसी के लोहता सेक्शन के बीच ट्रेन पहुंची थी।

इस तरह हुआ धमाका
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इंजन से पांचवीं बोगी संख्या- 22414 की खिड़की पर तेज धमाका हुआ। हादसे के बाद पूरी बोगी में धुंआ - धुंआ हो गया। इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल को दी गई। आरपीएफ, जीआरपी और जिला पुलिस की टीम घटना स्थल पर पहुंची। हादसे में घायल गाजीपुर के रहने वाले मोहम्मद आरिफ, जयहिंद कुशवाहा, गोविंद कुशवाहा और अजय यादव को मण्डलीय अस्पताल लाया गया। स्थिति ठीक होते ही सुबह सभी को छोड़ दिया गया। ये सभी प्रयागराज से गाजीपुर जा रहे थे। 

एल्युमिनियम और कांच के बिखरे मिलें टुकड़े 
रात में ही यात्रियों ने बताया कि मौके पर एल्युमिनियम और कांच के टुकड़े बिखरे हुए मिले। हालांकि वहीं, रवि सिंह नाम के युवक की तहरीर पर कैंट जीआरपी ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। गाजीपुर-प्रयाग डेमू ट्रेन विस्फोट के बाद दुर्घटनाग्रस्त बोगी की जांच के लिए एक टीम औड़िहार स्‍टेशन सुबह पहुंच गई। फोरेंसिक टीम ने इस दौरान औड़िहार स्टेशन पर खड़ी बोगी का गहनता से जांच किया। 

ट्रेन की बोगी सील
फोरेंसिक टीम के जाने के बाद आरपीएफ निरीक्षक नरेश मीना ने ट्रेन से अलग की गई इस बोगी को आगे जांच के लिए सील कर दिया। वहीं मौके पर डॉग स्‍क्‍वायड भी पहुंचा और आवश्‍यक कार्रवाई के दौरान काफी सतर्कता भी बरती गई। गाजीपुर जनपद के जंगीपुर और मरदह क्षेत्र से इस हादसे में दो लोगों के घायल होने की सूचना रेलवे की ओर से दी गई है।

जांच में ये बातें आ रहीं सामने
वाराणसी में रेलवे सुरक्षा एजेंसी का दावा है कि आपसी रंजिश में मारपीट के बाद बाहर से किसी ने विस्फोटक फेंक दिया होगा। हालांकि विस्फोटक के प्रकार की पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। वहीं, जीआरपी वाराणसी ने रेलवे एक्ट की धारा 150, 151, 152 और 1आइपीसी 307 के तहत मामला पंजीकृत करके जांच शुरू कर दिया है। वहीं दोपहर में पुलिस अधीक्षक जीआरपी मनोज कुमार झा ने बताया कि प्रथम दृष्‍टया जांच में आतिशबाजी वाले पटाखे का उपयोग होने की जानकारी ही सामने आई है।