सार
एशिया नेट न्यूज हिन्दी की टीम से समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष हवलदार यादव ने बताया कि मिस्टर और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जो फोटो दिखाई जा रही है वह काफी पुरानी है और राजनीति में कोई भी व्यक्ति किसी से कहीं भी मिल सकता है।
आजमगढ़: साल 2008 में हुए अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट (ahmedabad serial blast) को लेकर स्पेशल कोर्ट ने बीते शुक्रवार इंसाफ कर दिया और दोषियों को सजा सुना दी गई। दोषियों पर 'वॉर अगेंस्ट स्टेट और राजद्रोह' का केस बना है. इस केस में 38 लोगों को फांसी और 11 को यूएपीए के तहत उम्रकैद की सजा हुई। इसको लेकर अब उत्तर प्रदेश की सियासत भी गर्मा गई है। बीते शुक्रवार ही राजधानी लखनऊ में योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया कि 2008 में गुजरात में हुए सीरियल धमाकों में दर्जनों लोगों की जान गई थी। उस धमाके में शामिल कुछ आतंकियों का संबंध आजमगढ़ से था, वहां के कोर्ट ने इन दोषियों में से कुछ को फांसी और कुछ को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
एशिया नेट न्यूज हिन्दी की टीम से समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष हवलदार यादव ने बताया कि मिस्टर और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जो फोटो दिखाई जा रही है वह काफी पुरानी है और राजनीति में कोई भी व्यक्ति किसी से कहीं भी मिल सकता है। जहां तक फोटो का सवाल है इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी जी की फोटो चिन्मयानंद आसाराम बापू राम रहीम के साथ दिखाई दी और महंत नरेंद्र गिरि के हत्यारे की फोटो मुख्यमंत्री योगी जी के साथ और गृह मंत्री अमित शाह जी के साथ दिखी थी।
वहीं रिहाई मंच से जुड़े मोहम्मद तारिक का कहना है कि यह डिसीजन जो आया है उसके लिए हमने तैयारी की है कि हम उच्च न्यायालय में जाएंगे और जैसे 28 बच्ची बरी हुए थे लोअर कोर्ट से उम्मीद है कि हाईकोर्ट से सभी बच्चे बरी होंगे।
बच्चों को छुड़ाने के लिए जाएंगे हाईकोर्ट
मसूद्दिन रहमान का कहना है फैसला आया है ज्यादा लड़कों को फांसी की सजा हुई है हमारे यहां के जो लड़के हैं उनको भी सजा हुई है हमारा यह मानना है कि कुछ महत्वपूर्ण बिंदु थे जिस पर कोर्ट ने उस तरह से ध्यान नहीं दिया जिस तरह से हम उम्मीद कर रहे थे तो हम हाईकोर्ट जाएंगे और उम्मीद है कि वहां से बच्चे छूट जाएंगे।
आजमगढ़ जनपद से जुड़े तार
बता दें कि वर्ष 2008 में अहमदाबाद में सीरियल बम धमाका हुआ था। जिसें 59 लोग मारे गए थे। इस घटना का मास्टर माइंड आजमगढ़ जिले का रहने वाला अबुल बशर बताया जाता रहा है। अबुल बशर का अहमदाबाद ही नहीं लखनऊ, जयपुर व दिल्ली में हुए बम धमाकों भी नाम सामने आया था। इनके गैंग का नाम भी इंडियन मुजाहिद्दीन आज़मगढ़ मॉड्यूल के नाम से चिन्हित किया गया था। मूलरूप से सरायमीर थाना क्षेत्र के बीनापार निवासी अबुल बशर को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दावा था अबुल बशर इंडियन मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन से जुड़ा डा । इसके अलावा अहमदाबाद ब्लास्ट में सरायमीर के संजरपुर निवासी मो. सैफ, आरिफ मिर्जा नसीम, इसरौली निवासी आरिफ बदर, पारा निवासी मो. सादिक, शहर कोतवाली के बदरका निवासी सैफूल रहमान व कोट किला निवासी मो. जीशन भी शामिल है। इस मामले अभी उनके परिजन कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि अभी फैसला आना बाकी है। सभी के घरों पर सन्नाटा पसर गया है तो कोई कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है। सभी न्यायालय के फैसले का सम्मान करने और जरूरत पड़ने पर सर्वाेच्च न्यायालय में जाने की बात कहते नजर आए। लोगों का यह भी कहना है कि मो. हबीब, मो. साकिब व मो. जाकिर को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया गया है। इससे लोगों ने दावा किया की निश्चित तौर पर यह सिद्ध होता है कि गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद विस्फोट में बहुत से फर्जी लोगों को भी पकड़ लिया है। वैसे देश में होने वाले हर विस्फोट के तार हमेशा ही जिले से जुड़ते रहे है।
'समाजवादी पार्टी से जुड़ा है आतंकवादी का परिवार'
सीएम ने कहा कि उस आतंकवादी के पिता समाजवादी पार्टी से संबंध रखते। उसका परिवार का सपा से है। इसे लेकर सीएम योगी ने सपा पर सीधा निशाना साधा और कहा कि यह दंगावादी पार्टी है। केवल नाम समाजवादी है, लेकिन काम दंगावादी है और सोच परिवारवाद तक सीमित है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कसा तंज
मुख्यमंत्री का वीडियो शेयर करते हुए केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सपा पर हमला किया. ठाकुर ने कहा कि पहले ये आतंकियों को निर्दो बताते हैं फिर आतंकियों के साथ हमदर्दी जताते हैं। इसके बाद आतंकियों के मुकदमे वापस लिये जाते हैं. अंत में पता चलता। आतंकी और सपाई, आपस में भाई-भाई.
आतंकवादी से अखिलेश यादव के क्या संबंध जनता को बताएं
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम व सिराथू विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य ने अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं। उन्होंने सपाध्यक्ष अखिलेश यादव पर गम्भीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि जिस आतंकवादी को कोर्ट द्वारा सजा सुनाई गई है उसका पिता सपा का प्रचार कैसे कर रहा है। इस आतंकवादी से अखिलेश यादव के क्या संबंध है इस जनता को उन्हें बताना चाहिए।
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