सार

बहू ने अपने सास-ससुर व ननद पर महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया है। उसका कहना है कि ससुराल वाले बिना मास्क लगाए उसके कमरे में घुस आए थे। हांलाकि ये अपने आप में पहला इस तरह का मामला सामने आया है। पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

कानपुर(Uttar Pradesh). कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क को लेकर लोग काफी हद तक सतर्क हो चुके हैं। इसका अंदाजा कानपुर की इस घटना से लगाया जा सकता है। यहां एक बहू ने अपने सास-ससुर व ननद पर महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया है। उसका कहना है कि ससुराल वाले बिना मास्क लगाए उसके कमरे में घुस आए थे। हांलाकि ये अपने आप में पहला इस तरह का मामला सामने आया है। पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

यूपी के कानपुर के जूही थाना क्षेत्र के बसंती नगर निवासी दीपिका गुप्ता ने रविवार को यह शिकायत पुलिस अधिकारियों से की कि उसने कुछ दिन पहले ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न में मुकदमा लिखाया था। इसके बाद से ही ससुराल वाले केस वापस लेने के लिए दबाव बना रहे थे। पति विरोध करते तो उनके साथ भी मारपीट की जाती। 27 जून की सुबह जब वह अपने कमरे में थी, तभी सास रीता गुप्ता, ससुर अनिल गुप्ता व ननद एकता, ननदोई सत्य प्रकाश अपने बेटे आदित्य व बेटी सौम्या के साथ कमरे में घुस आए। जिसके बाद सभी ने केस वापस लेने का दबाव बनाया। साथ ही जान से मारने की धमकी दी और डंडों से पीटा भी। सभी ने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया। न तो शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया और न ही किसी ने मास्क पहना हुआ था।

पुलिस ने घरेलू हिंसा के साथ दर्ज किया महामारी एक्ट का मुकदमा 
एसएसपी दिनेश कुमार के अनुसार, अपने तरीके का यह पहला केस जूही थाने में दर्ज कराया गया है। पीड़िता का आरोप है कि बिना मास्क लगाए सास, ससुर और उसकी ननद उनके कमरे में घुसे और उससे मारपीट की। आरोप है कि उन्होंने न तो शारीरिक दूरी का पालन किया और न ही किसी ने मास्क लगाया था। कोरोना संक्रमण के प्रति बहू की जागरुकता भरी दलील सुनकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार भी हैरान रह गए। ससुराल वालों पर घरेलू हिंसा के साथ महामारी एक्ट के तहत सोमवार देर रात मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया। जिले में इस तरह का यह पहला मामला है। उधर, ससुराल वालों ने भी बहू पर धमकाने का मुकदमा दर्ज कराया है।