सार


थाने में पिटाई से दिव्यांग जगरनाथ काफी आहत था। शाम करीब सात बजे घर पहुंचने पर उसने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। 90 फीसदी झुलस चुके जगरनाथ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत नाजुक देखते हुए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। यहां उपचार के दौरान मौत हो गई।

महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) । दरोगा के थाने में  दिव्यांग को जूते से पिटाई करने का मामला सामने आया है। इससे आहत दिव्यांग ने खुद पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा ली। जिसकी उपचार के दौरान गोरखपुर मेडिकल कालेज में मौत हो गई है।

पड़ोसी से हुआ था विवाद, आई थी पुलिस
शीतलापुर निवासी दिव्यांग जगरनाथ उपाध्याय (24) का पड़ोस की एक महिला से सोमवार की सुबह झगड़ा हो गया था। महिला ने मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी। दिव्यांग के भाई अमरनाथ उपाध्याय का कहना है कि पुलिस ने दोपहर बाद जगरनाथ को थाने बुलाकर पीटा। आरोप है कि एक दारोगा ने जूते से उसकी पिटाई कर दी। 

घर पहुंचने पर लगाई आग
थाने में पिटाई से दिव्यांग जगरनाथ काफी आहत था। शाम करीब सात बजे घर पहुंचने पर उसने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। 90 फीसदी झुलस चुके जगरनाथ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत नाजुक देखते हुए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। यहां उपचार के दौरान मौत हो गई।

एसपी ने दिए जांच के आदेश
थाना प्रभारी निरीक्षक बिहागड़ सिंह का कहना है कि दिव्यांग को थाने बुलाकर केवल समझाया गया था। मारपीट का आरोप निराधार है। वहीं पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। पिटाई की बात सही निकली तो दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।