सार

आज यानी शनिवार सुबह समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी नेता राजीव राय के घर पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा है। राजीव राय के उत्तर प्रदेश के मऊ स्थित घर पर आयकर विभाग ने रेड मारा है. वहीं लखनऊ, मैनपुरी, आगरा में सपा के 'फाइनेंसरों' के आवासों पर छापामारी की है। इसको लेकर रायबरेली से अखिलेश यादव ने सरकार पर जम कर हमला बोला उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स के बाद CBI और ED की बारी है। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में एक तरफ राजनीतिक दलों में विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav 2022) से पहले सियासी उठापटल मची हुई है। वहीं, शनिवार को आयकर विभाग (Income tax department) ने सपा नेताओं (SP leaders) के घरों में एक साथ छापेमारी (Raid) करके खलबली मचा दी। मिली जानकारी के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के नेता राजीव राय (SP leader rajiv rai) के घर पर आयकर विभाग की 2 घंटे से छापेमारी चल रही है। आपको बता दें कि राजीव राय सपा के राष्ट्रीय सचिव हैं। आयकर विभाग की यह छापेमारी मऊ स्थित सपा नेता राजीव राय के घर पर हुई। 

लखनऊ समेत कई जिलों में भी हुई छापेमारी


शनिवार सुबह आयकर विभाग ने अचानक सपा नेताओं के घरों में छापेमारी शुरू कर दी। मऊ में राजीव राय के घर के साथ लखनऊ स्थित अंबेडकर पार्क के पास बने जैनेंद्र यादव  के आवास पर भी छापेमारी की गई। आपको बता दें कि आयकर विभाग ने शनिवार तड़के लखनऊ, मैनपुरी, आगरा में सपा के 'फाइनेंसरों' के आवासों पर छापेमारी की है। 


इसके पहले उन्होंने रायबरेली में विजय रथ यात्रा में जनता को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर तंज कसे। उन्होंने कहा कि 24 घंटे काम करने वाले बाबा को पता ही नहीं कि किसान को खाद कब चाहिए। उन्होंने बिजली, खाद और बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा को घेरा।

अखिलेश ने कहा कि हर मोर्चे पर भाजपा सरकार विफल रही है। जनसभा में मौजूद शिक्षामित्रों और अटेवा के लोगों से सवाल किए कि उनकी समस्या किसकी पैदा की हुई है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर युवाओं की समस्याओं का समाधान करने का दावा करते हुए पूछा कि योगी सरकार चाहिए कि योग्य सरकार।

अखिलेश ने आगे कहा कि धान सड़ गया। सरकार कम भाव पर खरीद रही है। बिजली महंगी कर दी है। किसानों को समय से खाद नहीं मिल सकी जिससे बुआई प्रभावित हुई। खाद की बोरी से भी पांच किलो खाद भाजपा ने चुरा ली। समाजवादी सरकार ने एंबुलेंस चलाई, भाजपा सरकार उसकी व्यवस्था भी ठीक नहीं रख सकी।