सार
यूपी के जिले कानपुर में बीते रविवार को हुए हादसे के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपी राजू ने बताया कि उसने मुंडन के बाद दारू को प्रसाद में बांटा और उसको पी लिया। नशे में समझ नहीं आया कि ट्रैक्टर कब पलट गया।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में शनिवार एक अक्टूबर की देर रात ट्रैक्टर-ट्रॉली हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें से 13 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल थे, वहीं 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। शहर के कोरथा गांव के रहने वाले लोग उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर से मुंडल संस्कार के बाद वापस लौट रहे थे लेकिन तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर तालाब में गिर गई थी। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। इतना ही नहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनका पूरा परिवार ही उजड़ गया।
ट्रैक्टर चालक राजू का कबूलनामा
सड़क दुर्घटना के बाद ट्रैक्टर चालक राजू निषाद घटनास्थल से फरार हो गया था, जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उसने पुलिस द्वारा पूछताछ में कहा कि चंद्रिका मइया के मंदिर में मुंडन हुआ, प्रसाद के रूप में दारू बांटी। वहां गांव के झुर्रे, बाने और हम थे। वहां प्रसाद के रूप में दारू पी लिया। इसके बाद साड़ चौराहा पर आकर एक क्वार्टर फिर पी ली। आधी हमको पिला दिया और आधी खुद पी लिया राम शंकर ने। इसके बाद वहां से चले तो नशे की झोंक में हम जाने नहीं पाएं गाड़ी खंती में कब पलट गई। राजू ने पुलिस के सामने बातों को स्वीकारते हुए पूरी बात बताई है।
राजू के अलावा अन्य लोगों की तलाश है जारी
एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह का कहना है कि पुलिस ने हादसे के मुख्य आरोपी राजू निषाद को नहर कॉरिडोर साड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया है, बाकियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में राजू ने कबूल किया है कि उसने इतनी शराब पी ली थी कि उसे होश नहीं रहा और तेज रफ्तार ट्रैक्टर पानी से भरे गड्ढे में पलट गया। आगे कहते है कि 26 मौतों का जिम्मेदार राजू और उसके तीन साथी है। इनकी नशेबाजी की वजह से एक ही गांव के इतने लोगों की मौत हुई और अपने करीबियों से हमेशा के लिए बिछड़ गए। इस हादसे की वजह से कई लोगों का पूरा परिवार उजड़ गया तो किसी के इकलौते बच्चे, किसी ने पत्नी, किसी ने मां को खोया है।
ग्रामीणों को थी मुख्य आरोपी राजू की तलाश
राजू की लापरवाही से आक्रोशित गांव के लोग उसकी तलाश में लगे थे। ग्रामीणों में इतना आक्रोश था कि उनका कहना था कि राजू मिल गया तो उसकी हत्या कर देंगे। इसके चलते गिरफ्तारी के बाद राजू को कड़ी सुरक्षा में रखा गया। कहीं गांव वाले उसपर हमला न कर दें। ट्रैक्टर चालक राजू के सात महीने के बेटे का मुंडन था। राजू के परिवार समेत गांव की 45 से 50 महिलाएं, बच्चे समेत अन्य लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठकर चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए गए थे। वहां से लौटने के दौरान राजू ने शराब पी ली कि होश ही खो बैठा और ट्रैक्टर गड्ढे में पलटा गया।