सार
फेसबुक पर विकास दुबे के पक्ष में और पुलिसकर्मियों की हत्या को सही ठहराने वालों पर ये केस दर्ज हुआ है। ये केस कानपुर के फजलगंज थाने में दर्ज हुई है। इस बीच, ये भी खबर आ रही है कि कानपुर में दबिश की खबर मिलने पर विकास दुबे ने पुलिस को धमकी भिजवाई थी।
कानपुर (Uttar Pradesh) । कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद कॉम्बिंग के दौरान गैंगेस्टर विकास दुबे के मामा प्रेमप्रकाश उर्फ प्रेमकुमार पांडेय व चचेरे भाई अतुल दुबे का एनकाउंटर कर दिया। पुलिस के मुताबिक प्रेमप्रकाश के शरीर पर गर्दन से नीचे सीने और पेट में तीन गोलियां लगीं थी, जो आरपार हो गईं, जबकि अतुल दुबे के शरीर में गर्दन के नीचे सीने, पेट, कमर आदि में कुल आठ से नौ गोलियां लगीं थीं। बीती रात पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने जाने की सूचना परिजनों को दी। लेकिन, पुलिसियां कार्रवाई की डर के चलते शवों को कोई लेने नहीं आया। ऐसे में पुलिसकर्मियों ने ही भैरोघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार करा दिया।
पूरी रात भूखे बैठे रहे डॉक्टर
शुक्रवार सुबह से ही पुलिसकर्मियों के पोस्टमार्टम के लिए चार डिप्टी सीएमओ व आठ डॉक्टरों की टीम लगाई गई थी। वहीं, प्रेमप्रकाश व अतुल का भी रात में ही पोस्टमार्टम होना था। इस पर डॉक्टरों की टीम पंचायतनामें का इंतजार करती रही। जबकि, चौबेपुर थाने के दरोगा व सिपाही तड़के पांच बजे पंचायतनामा लेकर पहुंचे। इसके चलते डॉक्टर रात भर पोस्टमार्टम हाउस में भूखे बैठे रहे।
घटना के बाद करीबी के घर गया था विकास
विकास दुबे घटना के बाद कानपुर देहात में ही अपने करीबी के यहां इनोवा कार से 5 लोगों के साथ पहुंचा था। विकास अपने इस करीबी और उसके परिवार के सभी सदस्यों के फोन को स्विच ऑफ कराकर अपने साथ ले गया। वह अपने करीबी के घर पर कुछ देर रुकने के बाद निकल गया था।
सोशल मीडिया पर विरोध करने पर केस दर्ज
फेसबुक पर विकास दुबे के पक्ष में और पुलिसकर्मियों की हत्या को सही ठहराने वालों पर ये केस दर्ज हुआ है। ये केस कानपुर के फजलगंज थाने में दर्ज हुई है। इस बीच, ये भी खबर आ रही है कि कानपुर में दबिश की खबर मिलने पर विकास दुबे ने पुलिस को धमकी भिजवाई थी।