सार

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य लगातार जारी है। काम की रफ्तार को देखते हुए साफतौर पर कहा जा रहा है कि तय समय के भीतर इसे आयाम तक पहुंचाया जा सकेगा। निर्माण को लेकर कई राज्यों से पत्थर आ रहे हैं। 

अनुराग शुक्ला 
अयोध्या:
भव्य राममंदिर निर्माण को लेकर काम लगातार जारी है। इसी बीच श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की ओर से निर्माण कार्य को लेकर तमाम जानकारी साझा की गई। उन्होंने बताया कि नक्काशीदार पत्थरों के अयोध्या पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो चुका है। बताया गया कि मंदिर के आसपास राम के जीवन को चरितार्थ करने का काम भी किया जाएगा। 

नक्काशीदार पत्थरों का होगा इस्तेमाल 
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया शीघ्र ही गर्भगृह और उसके चारों ओर का प्लिंथ निर्माण पूरा होगा। राजस्थान के भरतपुर जनपद के बंसी पहाड़पुर क्षेत्र की पहाड़ियों के हल्के गुलाबी रंग के बलुआ नक्काशी दार पत्थरों को लगाने का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। संपूर्ण मंदिर में लगभग 4.70 लाख धन फुट नक्काशी दार पत्थर लगेंगे। नक्काशीदार पत्थर अयोध्या पहुंचना प्रारंभ हो गए है। गर्भगृह में लगने वाला मकराना के सफेद संगमरमर पत्थर की नक्काशी का कार्य प्रगति पर है। यह पत्थर भी शीघ्र अयोध्या पहुंचना प्रारंभ हो जाएंगे। 

रिटेनिंग वाल को लेकर भी हो रहा है कार्य 
उन्होंने बताया ग्रेनाइट पत्थर के लगभग 17000 ब्लॉक लगेंगे जो बेंगलुरु और तेलंगाना की खदानों से आ रहे हैं। मंदिर का क्षेत्रफल लगभग 2.7 एकड़ है। परंतु इसके चारों ओर 8 एकड़ भूखंड को अपने भीतर समाता  हुआ एक आयताकार परकोटा बनेगा। यह परकोटा भी 9 लाख घनफुट पत्थरों से तैयार होगा। इस पर भी समानांतर कार्य चल रहा है। मंदिर के चारों ओर की मिट्टी का कटान रोकने के लिए तथा मंदिर के पश्चिम में प्रवाहित सरयू नदी के किसी भी संभावित आक्रमण को रोकने के लिए मंदिर के पश्चिम दक्षिण व उत्तर में रिटेनिंग वॉल निर्माण का कार्य भी साथ साथ चल रहा है। यह रिटेनिंग वाल जमीन में 16 मीटर गहराई तक जाएगी और जमीन के सबसे निचले स्तर पर 12 मीटर चौड़ी होगी।

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