सार
यूपी में दोबारा सीएम का पद संभाल रहे योगी आदित्यनाथ ने दूसरे कार्यकाल की शुरूआत होते ही अपराधियों और माफियाओं में पुलिस और शासन की ओर से होने वाली कार्रवाई को सख्त कर दिया है। इसी कड़ी में शाहजहांपुर में हाथों में पोस्टर लेकर आत्मसमर्पण करने के लिए शराब माफिया थाने पहुंचे।
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने जैसे ही अपने दूसरे कार्यकाल की शुरूआत की, वैसे ही अपराधियों व माफियाओं में पुलिस और शासन की ओर से होने वाली कार्रवाई का डर पहले से अधिक बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इसका एक और उदाहरण यूपी के शाहजहांपुर जिले में देखने को मिला। जहां जिले में अवैध कच्ची शराब का निर्माण और बिक्री करने वाले कथित पांच शराब माफिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर दिया।
हाथों में पोस्टर लेकर थाने पहुंचे शराब माफिया
सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल की शुरूआत से ही अलग अलग थानों में आत्मसमर्पण के अनेकों मामले सामने आते होंगे। इन्हीं सब के बीच शाहजहांपुर जिले के एक थाने पहुंचे शराब माफियाओं आत्म समर्पण करने का एक विशेष तरीका अपनाया। जिसके बाद न सिर्फ उन्होने योगी की अपराध मुक्त नीतियों के आगे घुटने टेके। बल्कि, अन्य शराब माफियाओं के लिए एक मिसाल भी पेश की। आपको बता दें कि ये माफिया हाथों में पोस्टर लेकर थाने पहुंचे और कहा, ''हम लोग शराब बनाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री की नीतियों से प्रभावित होकर शराब बनाना छोड़ रहे हैं। हम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने आये हैं।
पांच शराब माफियाओं ने किया आत्मसमर्पण
शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एस. आनंद ने से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के खुटार थाना क्षेत्र के मेनिया गांव में पांच शराब माफिया रहते हैं, जो कच्ची शराब बनाने और बेचने का धंधा करते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जिले में लगातार मादक पदार्थों और अवैध शराब के विरुद्ध की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से शुक्रवार शाम हाथों में पोस्टर पकड़कर पांच लोगों ने थाना खुटार में थाना प्रभारी धनंजय सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
एसपी ने बताया कि जिन शराब माफिया ने आत्मसमर्पण किया है, उनमें से चार हिस्ट्रीशीटर अपराधी हैं। उन्होंने कहा कि माफिया के हाथों में जो पोस्टर था उसमें लिखा है कि, "मैं कच्ची शराब बनाने और बेचने का कार्य करता हूं, परंतु योगी आदित्यनाथ की नीतियों से प्रभावित होकर अपने आप शराब बनाने का काम छोड़ रहा हूं, अब कभी शराब नहीं बनाऊंगा, इसीलिए आत्मसमर्पण करने आया हूं।" आनंद ने बताया कि आरोपी कश्मीर सिंह, रोशन सिंह, देशराज सिंह, चमन सिंह और गुरमीत ने थाने में शराब कारोबार न करने की शपथ खाई। इसके बाद थाना प्रभारी ने सभी शराब विक्रेताओं को चेतावनी देकर भविष्य में अपराध न करने की हिदायत देते हुए छोड़ दिया।
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