सार
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के छात्रों का इंतजार आज खत्म हो गया। सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने यूपी मदरसा बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया।
लखनऊ(Uttar Pradesh). उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के छात्रों का इंतजार आज खत्म हो गया। सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने यूपी मदरसा बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया। उन्होंने समाज कल्याण भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया पहली बार हर क्लास में टॉप 10 छात्रों को सरकार सम्मान राशि और टैबलेट देगी।
यूपी मदरसा बोर्ड में टॉप करने वाले 40 छात्रों को सरकार 1 लाख रुपये का पुरस्कार देगी। सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी में गणित, कंप्यूटर ,विज्ञान विषयों में टॉप 3 छात्रों को 51 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद कुमार नंदी ने कहा कि राज्य सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कम्प्यूटर की सोच को आगे बढाने के लिए दृढ़संकल्प है। ऐसे में छात्रों को प्रोत्साहित करने में सरकार कभी भी पीछे नहीं हटेगी।
ये रहे मदरसा बोर्ड के टॉपर स्टूडेंट
सेकंडरी में टॉप करने वाले छात्रों में कानपुर नगर के मदरसा इस्लामिया के मुहम्मद कैफ खान हैं। जो 89.33 प्रतिशत अंक के साथ अव्वल रहे। उनके साथ ही बस्ती की हसीना खातून और कासगंज के गुलशन समेत 10 छात्र टॉप 10 में शुमार हुए। सीनियर सेकेंडरी में रायबरेली के मदरसा एदारा ए शरिया यूपी खिन्नी ताला के छात्र मोहम्मद नईम ने 96.80 प्रतिशत के साथ टॉप किया। वहीं अमेठी की शबनूर बानो और शाहजहांपुर के मोहम्मद राशिद के साथ दस छात्र टॉप 10 की लिस्ट अपनी जगह बना पाए। कामिल में बदायूं के मदरसा अफ़ज़ल उल उलूम के मोहम्मद आदिल खान 83.06 अंक के साथ प्रथम स्थान पर रहे। इनके साथ कन्नौज की जेशमीन बानो और कन्नौज के ही मोहम्मद अफजल टॉप थ्री में रहे। फाजिल की परीक्षा में बदायूं के अल जामे अतुल रिजविया बरकतुल उलूम के सलिम अख्तर 83.75 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम रहे। जबकि रामपुर के मोहम्मद शाकिर एवं कन्नौज के मोहम्मद नासिर टॉप थ्री में अपनी जगह बना पाए। कामिल और फाजिल में भी अव्वल आए छात्रों की लिस्ट टॉप 10 है।
81 फीसदी रहा यूपी मदरसा बोर्ड का रिजल्ट
आज यूपी मदरसा बोर्ड में मुंशी, मौलवी, अलीम, फ़ाज़िल और कामिल का रिजल्ट जारी हुआ। 1,82,259 बच्चों ने 552 परीक्षा केंद्र पर मदरसा बोर्ड के तहत परीक्षा दी थी। जिसमें 1,38,241 संस्थागत और 44,017 प्राइवेट छात्र सम्मिलित हुए। इनमें से 1,15,650 छात्र पास हुए हैं जबकि 25,402 छात्र नाकामयाब रहे।