सार
यूपी की राजधानी लखनऊ में हजरतगंज स्थित यजदान बिल्डिंग के ध्वस्तीकऱण के दौरान अपार्टमेंट का एक हिस्सा नीचे गिर गया। वहीं हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत-बचाव कार्य शुरूकर दिया है। हादसे के बाद ठेकेदार मौके से भाग निकला।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को हजरतगंज स्थित यजदान अपार्टमेंट गिराते समय बड़ा हादसा हो गया। बता दें कि अपार्टमेंट का एक हिस्सा नीचे गिर जाने से करीब आधा दर्जन दोपहिया वाहन मलबे में दब गए। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मलबे के नीचे मजदूर और अधिकारी भी दब गए हैं। हादसा होने के कारण मौके से एलडीए और ठेकेदार फरार हो गए। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस और डीएम टीम के साथ वहां पर पहुंची।
जारी है राहत-बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर हड़कंप मच गया। मौके पर तमाम लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी व्यक्ति इस हादसे में घायल या मरा नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस भी संस्थान या जिसे भी इसकी जिम्मेदारी दी गई थी। उससे इस हादसे पर बात की जाएगी। एलडीए अधिकारी ने बताया कि इस दौरान कहां पर लापरवाही बरती गई है। इसकी जांच की जाएगी। इसके अलावा दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि जिसका जो भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जाएगी। हादसे की सूचना मिलने के बाद लोगों ने प्रशासन और डीएम मुर्दाबाद के नारे लगाकर जमकर हंगामा किया गया। वहीं लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पोकलैंड से बिल्डिंग को गिराने का काम किया जा रहा था।
हादसे के बाद लोगों ने जमकर किया हंगामा
लोगों द्वारा नाराजगी जताए जाने के बाद डीएम ने 3 सदस्य कमेटी बनाई है। इस कमेटी में लोक निर्माण विभाग नगर निगम और LDA के एक-एक इंजीनियर होंगे। इसके अलावा डीएम ने नाराज लोगों से बातचीत कर उन्हें आश्वस्त किया। बता दें कि यह बिल्डिंग नजूल की जमीन पर बनाई गई थी। फिलहाल बचाव-कार्य किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग टूटने के दौरान आसपास के लोगों की घरों में भी दरारें आईं हैं। इसके बाद लोगों ने एलडीए पर आरोप लगाते हुए हर्जाने की मांग की है। यह सात मंजिला इमारत में करीब 40 फ्लैट बने हैं। इनमें कुछ फ्लैटों की बिक्री भी हो गई है। नजूल की जमीन पर एलडीए के अफसरों और इंजीनियरों की मिलीभगत से यजदान अपार्टमेंट का निर्माण किया गया था।