सार
यह रोबोट कोरोना से संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए खासतौर पर बनाया गया है। अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर डीके गुप्ता के मुताबिक यह पूरी तरह स्वदेशी हैं। इसके इंस्टॉलेशन का काम नोएडा में ही शुरू हो गया है। दो दिनों में दो और रोबोट इंस्टॉल कर दिए जाएंगे। अगले कुछ दिनों में 30 और रोबोट को हम लोग लखनऊ सहित यूपी के अन्य शहरों में लगाएंगे।
नोएडा (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस से संक्रमण को देखते हुए अब रोबोट का सहारा लिया जा रहा है। पहला रोबोट यूपी के सेक्टर 137 स्थित फेलिक्स मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में लगा है। इस रोबोट को फेलिक्स अस्पताल और एडवर्व टेक्नोलॉजी कंपनी ने मिलकर नोएडा में ही बनाया है। इस रोबोट का नाम 'कोविद फाइटर' रखा गया है। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने और डॉक्टरों और नर्सिंग स्टॉफ को इस वायरस से बचाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने यह कदम उठाया है। इसके लिए फेलिक्स अस्पताल ने रोबोट का इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी थी, जिसे राज्य सरकार ने मंजूर कर लिया है।
कुछ दिन में तैयार होंगे 30 और रोबोट
यह रोबोट कोरोना से संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए खासतौर पर बनाया गया है। अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर डीके गुप्ता के मुताबिक यह पूरी तरह स्वदेशी हैं। इसके इंस्टॉलेशन का काम नोएडा में ही शुरू हो गया है। दो दिनों में दो और रोबोट इंस्टॉल कर दिए जाएंगे। अगले कुछ दिनों में 30 और रोबोट को हम लोग लखनऊ सहित यूपी के अन्य शहरों में लगाएंगे।
इस तरह से काम करेगा रोबोट
कोविद रोबोट कई तरह के काम करने में सक्षम हैं। यह रोगियों को दवा, भोजन और अन्य उपभोग्य सामग्रियों का वितरण करेगा। मरीजों से यूज की जा चुकी दवाओं का संग्रह करेगा और मरीजों तथा हेल्थकेयर मैन के बीच संचार का एक चैनल होगा। इसके साथ ही अगले कुछ दिनों में इस रोबोट को भीड़भाड़ वाली जगह पर कोरोना संक्रमित मरीजों को स्कैन करने के लिए भी लगाया जाएगा। यह डॉक्टरों के लिए एक बड़ा हाथ साबित हो सकता है।