सार
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अर्जी में कहा गया था कि उनके पक्ष को हाई कोर्ट में नहीं सुना गया। ऐसे में हाई कोर्ट के फैसले पर विचार किया जाए। हाई कोर्ट के फैसले के बाद नई व्यवस्था से सारे ग्राम पंचायत के समीकरण में बदलाव हो गया है।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जारी आरक्षण के खिलाफ हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है। सुप्रीम कोर्ट से निराशा हाथ लगने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है, जिसपर सुनवाई अब होली के बाद होगी। बता दें कि हाईकोर्ट ने 2015 को आधार पर सीटों के आवंटन और आरक्षण का आदेश दिया था। जिसको सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।
यह है पूरा मामला
15 मार्च को हाईकोर्ट द्वारा जारी आदेश के खिलाफ सीतापुर जिले के बिसवां निवासी दिलीप कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका दाखिल कर चुनौती दी थी। इसमें यूपी सरकार तथा पंचायती राज विभाग के साथ-साथ राज्य निर्वाचन आयोग भी पक्षकार बनाया गया था। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को याचिका खारिज कर दी। वहां से निराशा हाथ लगने के बाद एक बार फिर लखनऊ बेंच में पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है। जिसकी सुनवाई होली बाद होनी है।
SLP में कही गई थी ये बातें
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अर्जी में कहा गया था कि उनके पक्ष को हाई कोर्ट में नहीं सुना गया। ऐसे में हाई कोर्ट के फैसले पर विचार किया जाए। हाई कोर्ट के फैसले के बाद नई व्यवस्था से सारे ग्राम पंचायत के समीकरण में बदलाव हो गया है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट का आदेश
हाल ही में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने वर्ष 2015 को आधार वर्ष मानकर आरक्षण तय करने का आदेश दिया था। हाई कोर्ट के नई आरक्षण प्रक्रिया को खारिज करने के साथ ही जस्टिस ऋतुराज अवस्थी और जस्टिस मनीष माथुर की बेंच ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 25 मई तक संपन्न कराने के भी आदेश दिए था।
चार चरणों में हो रहा पंचायत चुनाव
राज्य निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को मतदान की तारीखों का एलान कर दिया है। इसी के साथ प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। बता दें कि चार चरणों में वोटिंग होगी। आयोग द्वारा तय किए कार्यक्रम के अनुसार 15,19,26 और 29 अप्रैल को वोटिंग होगी, जबकि 2 मई को रिजल्ट जारी किए जाएंगे।
जानिए, किस चरण में होगा आपके जिले में मतदान
पहला चरण, 18 जिला
15 अप्रैल को पहले चरण में का चुनाव 18 जिलों में होगा। इनमें सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, बरेली, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या बस्ती संतकबीरनगर गोरखपुर जौनपुर और भदोही शामिल हैं।
दूसरा चरण, 20 जिला
19 अप्रैल को दूसरे चरण के लिए वोटिंग होगी। ये वोटिंग 20 जिलों में एक साथ कराई जाएगी। जिसनमें मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतम बुद्ध नगर, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, गोंडा, महाराजगंज, वाराणसी, आजमगढ़ शामिल हैं।
तीसरा चरण, 20 जिला
तीसरे चरण के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा, जो एक साथ 20 जिलों में कराया जाएगा। जिनमें, शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, चंदौली, मिर्जापुर, बलिया शामिल हैं।
चौथा चरण, 17 जिला
29 अप्रैल को चौथे चरण के लिए मतदान होगा। मतदान 17 जिलों में कराया जाएगा, जिनमें बुलंदशहर, हापुड़, संभल, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, फर्रुखाबाद, बांदा, कौशांबी, सीतापुर, अंबेडकर नगर, बहराइच, बस्ती, कुशीनगर, गाजीपुर, सोनभद्र, मऊ शामिल हैं।