सार

देश के अगले वायुसेना प्रमुख एयर वाइस चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया होंगे। रक्षा मंत्रालय की ओर से ये सूचना दी जा चुकी है। वर्तमान वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ 30 सितंबर को रिटायर हो रहे हैं। मूल रूप से यूपी के आगरा के रहने वाले आरकेएस भदौरिया के रिश्तेदार राकेश चौहान से hindi.asianetnews.com ने बात की।

आगरा (Uttar Pradesh). देश के अगले वायुसेना प्रमुख एयर वाइस चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया होंगे। रक्षा मंत्रालय की ओर से ये सूचना दी जा चुकी है। वर्तमान वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ 30 सितंबर को रिटायर हो रहे हैं। मूल रूप से यूपी के आगरा के रहने वाले आरकेएस भदौरिया के रिश्तेदार राकेश चौहान से hindi.asianetnews.com ने बात की। उन्होंने वाइस एयर चीफ मार्शल की निजी जिंदगी व उनके कैरियर के बारे में कई बातें बताई। 

पिता भी एयरफोर्स में थे
मूल रूप से आगरा के बाह थाने के कोथडा गांव के रहने वाले वाइस आरकेएस भदौरिया के साले राकेश बताते हैं, इनकी पढ़ाई चंडीगढ़ में हुई। पिता भी एयरफोर्स में थे। वह अपने पिता के साथ ही चंडीगढ़ में ही रहते थे। बचपन से ही पढ़ने में तेज आरकेएस ने एनडीए क्वालीफाई करने के बाद डिफेन्स स्कूल में एडमीशन ले लिया। जिसके बाद उन्होंने 1980 में एयरफोर्स ज्वाइन किया। 

1986 में हुई थी शादी 
राकेश ने कहते हैं, चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर आरकेएस हैं। उनकी बड़ी 2 बहनें जॉब करती हैं। छोटा भाई राजीव भी प्राइवेट जॉब में है। साल 1986 में मेरी छोटी बहन आशा से उनकी शादी हुई थी। बहन अगरा कॉलेज से इंग्लिश से परास्नातक है। जिस समय उसकी शादी हुई, उस समय आरकेएस पायलट थे। वो फाइटर प्लेन उड़ाते थे। 

बेटा-बेटी भी हैं पायलट 
राकेश बताते हैं, आरकेएस और उनके पिता के अलावा दादा भी एयरफोर्स में थे। वायुसेना प्रमुख की बेटी सोनाली फिलीपींस में रहती है। वहां वो कॉमर्शियल जहाज की पायलट है। जबकि बेटा सौरभ इंडिगो एयरलाइन्स में कॉमर्शियल जहाज का पायलट है। 

26 तरह के लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं आरकेएस भदौरिया 
बता दें, आरकेएस भदौरिया नेशनल डिफेंस एकेडमी के एलुमिनाई रह चुके हैं। उन्हें 4250 घंटे उड़ान का अनुभव है। 26 तरह के लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं। इससे पहले मार्च 2017 से अगस्त 2018 तक साउदर्न एयर कमांड में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ की सेवाएं दे चुके हैं। 36 साल के करियर के दौरान आरकेएस भदौरिया को कई पदकों से सम्मानित किया जा चुका है। इनमें अति विशिष्ट सेवा पदक, वायुसेना पदक और परम विशिष्ट सेवा पदक शामिल है।