सार

गोरखपुर में इलाहाबाद बैंक में हुई चोरी का पुलिस ने एक दिन में ही खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी बैंक के चपरासी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चोरी की रकम और गहने बरामद कर लिए हैं। 

गोरखपुर(Uttar Pradesh ). गोरखपुर में इलाहाबाद बैंक में हुई चोरी का पुलिस ने एक दिन में ही खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी बैंक के चपरासी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चोरी की रकम और गहने बरामद कर लिए हैं। 

बता दें कि गोरखपुर में कोतवाली इलाके के चरनलाल चौक स्थित इलाहाबाद बैंक दो दिन की छुट्टी के बाद जब सोमवार को खुली तो बैंक के लॉकर से तकरीबन 20 लाख के गहने और 3 लाख 61 हजार रूपए की नकदी गायब थी। चोरी की सूचना बैंक मैनेजर ने आनन-फानन में पुलिस को दी। पॉश इलाके में इतनी बड़ी चोरी की वारदात का मामला सामने आते ही पुलिस के होश उड़ गए। एसपी ने तत्काल घटना के खुलासे के लिए टीम का गठन किया जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा करते हुए चोरी का सामान बरामद कर लिया है। 

बैंक का चपरासी ही निकला मास्टरमाइंड 
पुलिस ने जब मामले की छानबीन शुरू की तो बैंक का चपरासी राम विशाल शक के दायरे में आ गया। दरअसल पुलिस को पूछताछ में ये पता चला कि बैंक के लाकर की चाभी रामविशाल के पास ही रहती है। चोरी में उसके हांथ होने के शक पर पुलिस ने उससे कड़ाई से पूंछताछ की तो उस पर शक और गहरा गया। पुलिस के सख्ती बरतने पर राम विशाल ने अपना गुनाह कबूल करते हुए चोरी का सामान और अपने दो अन्य साथियों अजय कुमार और रंजित निषाद के बारे में बताया। जिसके बाद पुलिस ने गहने बरामद करते हुए उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया। 

16 तालों के अंदर था सामान,नहीं टूटे थे एक भी ताले 
राम विशाल ने पुलिस को बताया बीते शुक्रवार को बैंक बंद होने के दौरान ही उसने तालों को बंद नहीं किया। फिर सोमवार की सुबह डिप्टी मैनेजर से चाबी लेकर मुख्य दरवाजा खोला और खुले लॉकर से रुपये और गिरवी रखे गए गहने निकालकर दोस्तों को बुला लिया। दोस्तों को रकम, गहने देने के बाद उसने प्रबंधक को चोरी की सूचना दे दी। इसके बाद पहुंची पुलिस को जांच के दौरान शक हो गया था क्योंकि 16 में से एक भी ताला टूटा नहीं था। 

बैंक मैनेजर ने दो अफसरों पर जताई थी आशंका
बैंक मैनेजर की ओर से कोतवाली थाने में तहरीर में हेड कैशियर समेत दो लोगों पर चोरी में शामिल होने की आशंका जताई गई थी। मैनेजर की तहरीर पर उनके खिलाफ मुकदमा भी लिखा गया था। एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि मामले के सही आरोपी पकड़े जा चुके हैं,अब यह मुकदमा खत्म किया जाएगा।