सार

रायबरेली. यूपी के उन्नाव में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता की मौत के 3 दिन बाद पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। जिसमें पुलिस ने शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी को दोषी ठहराया गया है। एसपी स्वप्निल ममगईं ने बताया, दुष्कर्म और साक्ष्य मिटाने, धमकी देने के आरोप में सोमवार को चार्जशीट दाखिल की गई है।

रायबरेली (Uttar Pradesh). रायबरेली. यूपी के उन्नाव में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता की मौत के 3 दिन बाद पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। जिसमें पुलिस ने शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी को दोषी ठहराया गया है। एसपी स्वप्निल ममगईं ने बताया, दुष्कर्म और साक्ष्य मिटाने, धमकी देने के आरोप में सोमवार को चार्जशीट दाखिल की गई है। इस केस से हत्या के मामले से संबंध नहीं है। दोनों आरोपी चचेरे भाई हैं। बता दें, 6 दिसंबर की रात करीब 11 बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई थी।

एसपी ने बताया, चार्जशीट में इलेक्ट्रॉनिक सबूतों को आधार बनाया गया है, जिसमें मोबाइल फोन का स्थान और मौजूदगी शामिल है। बता दें, लड़की के साथ दिसंबर 2018 में गैंगरेप किया गया था, मार्च में रायबरेली के लालगंज पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसमें हत्या का आरोप शामिल नहीं है। 

प्रेम जाल में फंसा लड़की के साथ किया था गैंगरेप 
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती का गांव के शिवम त्रिवेदी से प्रेम संबंध था। शिवम ने इसी का फायदा उठाकर उसे रायबरेली ले गया और उसके साथ रेप। यही नहीं, इसका वीडियो भी बना लिया। जिसके वायरल करने की धमकी देकर कई बार रेप किया। युवती ने जब शादी का दबाव बनाया तो 12 दिसंबर 2018 को शिवम अपने चचेरे भाई शुभम के साथ आया। दोनों मंदिर में शादी कराने के बहाने युवती को अपने साथ ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया। पुलिस ने चार मार्च को कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया और आरोपी शिवम को गिरफ्तार कर जेला भेज दिया गया, लेकिन घटना के एक साल बाद भी आरोपी शुभम पुलिस की पकड़ से बाहर रहा। वहीं, कुछ दिन पहले शिवम भी जमानत पर जेल से बाहर आ गया।

दोनों आरोपियों पर है जिंदा जलाने का आरोप
बीते 5 दिसंबर को पीड़िता रायबरेली कोर्ट मामले की सुनवाई के लिए घर से निकली थी। आरोप है कि रास्ते में शिवम और शुभम ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवती को जिंदा जला दिया। पीड़िता ने दिल्ली अस्पताल में अंतिम सांस से पहले बयान दिया था कि शिवम और शुभम के अलावा तीन अन्य लोगों ने उसे आग लगाई है। मामले में पुलिस ने पांचों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा- यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा।