सार
प्रयागराज में मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मोसम्बी का जूस चढ़ाने के आरोपों से घिरे ग्लोबल हॉस्पिटल को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 28 अक्तूबर तक इमारत खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है। नागरिक प्राधिकरण ने इमारत को अवैध रूप से निर्मित करार दिया है।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की संगमनगरी प्रयागराज में प्लेटलेट्स की जगह मोसम्बी का जूस चढ़ाने से डेंगू पीड़ित मरीज की मौत ही गई थी। इसके बाद से चर्चा में आया ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के खिलाफ एक्शन लेने की कार्यवाही चल रही थी। इसी संबंध में प्रयागराज विकास प्राधिकरण यानी पीडीए ने अस्पताल संचालक को नोटिस जारी किया है, जिसमें लिखा है कि 28 अक्टूबर तक अस्पताल को खाली करने को कहा गया है ताकि इसे सील किया जा सके। पीडीए के अनुसार यह अस्पताल अनाधिकृत रूप से संचालित है तो इस वजह से इसको धवस्त किया जाएगा।
जूस चढ़ने से बिगड़ी थी मरीज की हालत
इस मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा था कि घटना की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में बुलडोजर चलने की संभावना है। दरअसल बमरौली निवासी प्रदीप पांड को डेंगू पीड़ित होने के बाद झलवा के ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में 14 अक्तूबर को भर्ती कराया गया था। उसके बाद 16 अक्तूबर को प्लेटलेट्स 17 हजार पहुंचने पर मरीज को तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाया गया लेकिन प्लेटलेट्स चढ़ाते वक्त मरीज की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद अस्पताल मरीज को अपने यहां से रेफर कर दिया। वहीं 19 अक्तूबर को मरीज की मौत हो गई।
अस्पताल की इमारत को ढहाने हो रही तैयारी
मरीज की मौत के बाद उनके साले सौरभ त्रिपाठी ने ग्लोबल अस्पताल पर आरोप लगाया था कि प्लेटलेट्स की जगह मरीज को मोसम्बी का जूस चढ़ा दिया गया। इस वजह से मरीज की नसें फट गई और उसकी मौत हो गई। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम ने अस्पताल को सील करने का आदेश जारी करते हुए मामले में जांच के आदेश दे दिए। इसके अलावा धूमनगंज थाने में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। दूसरी ओर योगी सरकार ने इस पूरे मामले में सख्त कदम अपनाते हुए माफियाओं की तर्ज अस्पताल प्रशासन की इस इमारत को भी ढहाने का मन बना लिया है।