सार
अयोध्या में दीपोत्सव को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी है। इस बार की दीपोत्सव में आकर्षण का केंद्र रहने वाली शोभायात्रा रामजन्म भूमि मॉडल और काशी कॉरिडोर समेत 2047 में अयोध्या के विकास पर आधारित झांकियां भी दिखाई जाएगी। इसके अलावा इनके आसपास डांसर नृत्य भी करेंगे।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या में छठे दीपोत्सव की तैयारियों का आगाज कर दिया गया है। इतना ही नहीं इस बार दीपोत्सव में आकर्षण का केंद्र रहने वाली शोभायात्रा को लेकर भी जोरो-शोरो से तैयारियां चल रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस बार 16 शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से निकलकर दीपोस्तव स्थल तक नगर भ्रमण करते हुए जाएंगी। इसके अलावा साल 2022 के दीपोस्तव में रामजन्मभूमि मॉडल और काशी कॉरिडोर के साथ 2047 में अयोध्या के विकास पर आधारित झांकी को भी तैयार किया जा रहा है। साथ ही समाजाकि संदेश देते हुए रामायण कालीन दृश्यों की झाकियां निकाली जाएंगी, जो सुबह नौ बजे से एक बजे तक दीपोत्सव स्थल पहुंच जाएंगी।
शोभायात्रा के दौरान डांसर करते रहेंगे नृत्य
दीपोत्सव के कार्यक्रम में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश लिए हुए नगर भ्रमण करने वाली झाकियां होती है। इसमें विभिन्न कलाकार एक-एक प्रसंग के साथ 11 रथ पर सवार होते हैं। उसके बाद इस वक्त सभी कलाकार अपनी कलाकारी प्रदर्शित करते हुए रामायण कालीन दृश्यों की जीवंत करते रहते हैं। रथ के आसपास पूरे देश से आए डांसर नृत्य करते हुए आगे बढ़ते जाते है। बता दें कि दीपोत्सव में शोभायात्रा आमजनमानस श्रद्धालु सभी के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं क्योंकि कुशल कलाकार अपनी-अपनी विद्या में प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम में शामिल होते हैं।
कुल 16 रथों को शोभायात्रा में किया जाएगा शामिल
इस शोभायात्रा में कुल 16 रथ शामिल होंगे, जिसमें 11 रथ सूचना विभाग और पांच रथ पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के द्वारा तैयार कराया जा रहा है। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में यह पहला दीपोत्सव है, जिसको भव्य और दिव्य बनाने के लिए तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। एक बार फिर राम की पैड़ी में 16 लाख दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इसके बारे में जानकारी देते हुए सूचना निदेशक डॉ मुरलीधर का कहना है कि सूचना विभाग की मुख्य भूमिका दीपोत्सव के अंतर्गत झांकी की होती है। सीएम योगी के कार्यकाल में छठवां दीपोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा भागीदार हो।
कई राज्यों के कलाकारों को शामिल होने का मिलेगा मौका
डॉ मुरलीधर आगे कहते है कि इस बार 11 खुली ट्रकों पर झाकियां निकाली जाएंगी जो रामायण कालीन दृश्यों पर आधारित होंगी। इसमें भगवान राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के सभी प्रसंग मौजूद रहेंगे। इतना ही नहीं राम मंदिर का मॉडल और 2047 अयोध्या के विजन यानी अयोध्या के विकास का मॉडल भी पेश किया गया है। इस पर भी आधारित झांकी आकर्षण का केंद्र होगी। वहीं दूसरी ओर अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी राम तीरथ का कहना है कि इस बार छठवां दीपोत्सव मनाया जाना है। भव्य और व्यापक तरीके से दीपोत्सव मनाने के लिए कई राज्य के कलाकारों को शोभायात्रा में सहभागिता करने का अवसर मिलेगा।
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