सार

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे, फिर दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि आरती 9 अर्चकों द्वारा होगी, जिसकी भव्यता रिद्धि सिद्धि के रूप में 18 कन्याएं होंगी।प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इसको लेकर खास तैयारी भी की है।

वाराणसी (उत्तर प्रदेश). राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 13 मार्च को तीन दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। वह दो दिन वाराणसी में और एक दिन सोनभद्र में रहेंगे। वाराणसी में राष्ट्रपति श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ गंगा आरती भी देखेंगे। राष्ट्रपति अपने विशेष विमान से यहां पहुंचेंगे, जहां उनकी आगवानी सूब के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगे। दौरे को देखते हुए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह पहली बार मां गंगा की आरती में शामिल होंगे। 

राष्ट्रपति का ये रहेगा पूरा कार्यक्रम
मीडिया जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति दोपहर दो बजे यहां पहुंचेंगे। एयरपोर्ट से वह सीधे बनारस रेल इंजन कारखाना के गेस्ट हाउस जाएंगे, जहां पर उनको रुकना है। इसके बाद शाम काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे, फिर दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि आरती 9 अर्चकों द्वारा होगी, जिसकी भव्यता रिद्धि सिद्धि के रूप में 18 कन्याएं होंगी।प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इसको लेकर खास तैयारी भी की है।

छावनी में बदली  गंगा की नगरी काशी..
एक दिन पहले शुक्रवार को राष्ट्रपति की सुरक्षा दस्ते से जुड़े अधिकारियों ने स्थानीय वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बार फिर सुरक्षा का जायजा लिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने सेवाकुंज आश्रम में की गई तैयारियों को देखा। उनकी सुरक्षा के लिए बाहर से फोर्स और तकनीकि बल भी जिले में पहुंच गया है। शुक्रवार को अष्टभुजा डाक बंगले के पास बनाए गए हेलीपैड पर हेलीकाप्टर लैंडिंग का ट्रायल किया गया। हेलीपैड से विंध्यवासिनी मार्ग तक सड़क के दोनों ओर सुरक्षा को देखते हुए बैरिकेटिंग कर दी गई।

पीएम संसदीय क्षेत्र के विकास का जानेंगे हाल
बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान यहां पर हो रहे मंदिर के निर्माणाधीन काम का जायजा भी लेंगे। वह देखेंगे कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र बनने के बाद किस तरह से वारणसी और  गंगा घाटों को संवारने का काम हुआ है।

विदेशों के राष्ट्राध्यक्ष निहार चुके हैं भव्य आरती
बता दें कि विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की विशेष महाआरती में अब तक देश की नहीं, बल्कि विदेशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री, बड़ी हस्तियां शामिल हो चुकी हैं। जो नित्य संध्या कालीन महाआरती और गंगा के घाट का दीदार कर चुके हैं।