सार

 लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि एआईएमआईएम की ओर से ओवैसी पर हमला कराकर उन्हें फेम देने की कोशिश की गई है। वहीं, कई लोगों ने तो ओवैसी पर सुरक्षा पाने के लिए भी खुद पर हमला कराने की साजिश करने का आरोप लगाया है। 

लखनऊ: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर गुरुवार को उत्‍तर प्रदेश में कुछ लोगों ने फायरिंग की थी। ओवैसी के अनुसार, उत्‍तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करके जब वे दिल्‍ली वापस लौट रहे थे, इस दौरान उनकी कार पर फायरिंग की गई। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर तरह तरह की बातें हो रही हैं। एक तरफ विपक्ष इस घटना को लेकर बीजेपी पर हमला बोल रहा है। वहीं, सोशल मीडिया के कुछ यूजर्स इस घटना पर सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि एआईएमआईएम की ओर से ओवैसी पर हमला कराकर उन्हें फेम देने की कोशिश की गई है। वहीं, कई लोगों ने तो ओवैसी पर सुरक्षा पाने के लिए भी खुद पर हमला कराने की साजिश करने का आरोप लगाया है। 

ट्विटर पर चल रहा #ओवैसी_कहानी_फिल्मी_है का ट्रेंड
असदुद्दीन ओवैसी के साथ हुई इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर अलग अलग तरह के ट्रेंड चलना शुरू हो गए। इसी बीच कुछ यूजर्स ने #ओवैसीकहानीफिल्मी_है का ट्रेंड शुरू कर दिया। इस ट्रेंड के जरिये लोगों ने ओवैसी के साथ हुई घटना को झूठा बताने की कोशिश की है। लोगों ने ट्वीट कर कहा कि यदि कोई ओवैसी को मारना चाहता तो शीशे पर गोली मारना न कि गाड़ी के निचले हिस्से पर, जिसके चलते यह पूरी तरह साजिश साबित होती है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर ट्वीट के जरिये लोगों ने क्या क्या सवाल खड़े किए, आइए जानते हैं।

 

 

 

 

 

ओवैसी को मिली Z  श्रेणी की सुरक्षा 
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के बाद केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा की समीक्षा की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ओवैसी की सुरक्षा समीक्षा के बाद सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से सीआरपीएफ की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है।