सार
महिला ने तीन दिन से कुछ नहीं खाया है। आरोप है कि बेटी का अपहरण होने के बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस बरामदगी को लेकर लापरवाही कर रही है। सूचना पर पुलिस पहुंची तो मां ने दो टूक कह दिया, साहब मेरी बेटी लाओ, नहीं तो इसी तरह बिना खाए-पीए जान दे दूंगी। हालांकि पुलिस ने उसे काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया है।
भदोही (Uttar Pradesh) । बाथरूम के लिए निकली बेटी वापस नहीं हुई तो मां परेशान हो गई। काफी खोजबीन के बाद थाने पर पहुंची। यहां से आश्वासन के मिला पर बेटी नहीं मिली। इंसाफ के लिए मां आईजी तक गुहार लगी गई। इसी दौरान लॉकडाउन हो गया। जिसके बाद गांव में ही अनशन पर बैठ गई, लेकिन अब तीन दिन से खाना भी छोड़ दी है। सूचना पर पुलिस पहुंची तो मां ने दो टूक कह दिया, साहब मेरी बेटी लाओ, नहीं तो इसी तरह बिना खाए-पीए जान दे दूंगी। हालांकि पुलिस ने उसे काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया है।
यह है पूरा मामला
गोपीगंज क्षेत्र के एक गांव निवासी कक्षा नौ में पढ़ने वाली छात्रा गत 14 मार्च को सुबह में बाथरूम के लिए घर से बाहर निकली थी, लेकिन फिर नहीं लौटी। पुलिस ने इस मामले में गोपीगंज के सोनिया तालाब निवासी एक युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसके सूरत में होने का लोकेशन पता कर लिया है। लेकिन, बरामदगी नहीं की जा रही है।
थाने से इंसाफ
आईजी, डीआईजी और पुलिस अधीक्षक समेत पुलिस के तमाम कार्यालयों के चक्कर काटने के बाद बेबश मां लॉकडाउन के चलते अब गांव में ही अनशन पर बैठ गई। आरोप है कि पुलिस ने अब तक कुछ नहीं किया। मुझे आशंका है कि मेरी बेटी की हत्या कर दी जाएगी। जब तक उसे बरामद नहीं किया जाता मैं अनशन नहीं तोड़ूंगी।
तीन दिन से है भूखी
महिला ने तीन दिन से कुछ नहीं खाया है। आरोप है कि बेटी का अपहरण होने के बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस बरामदगी को लेकर लापरवाही कर रही है। सूचना पर पुलिस पहुंची तो मां ने दो टूक कह दिया, साहब मेरी बेटी लाओ, नहीं तो इसी तरह बिना खाए-पीए जान दे दूंगी। हालांकि पुलिस ने उसे काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया है।