सार

गांधी की 150वीं जयंती पर योगी सरकार द्वारा बुलाए विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही में गुरुवार को गतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख और सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा, यूपी ईमानदार सीएम के हाथ में है।

लखनऊ (Uttar Pradesh). गांधी की 150वीं जयंती पर योगी सरकार द्वारा बुलाए विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही में गुरुवार को गतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख और सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा, यूपी ईमानदार सीएम के हाथ में है। ये महनती हैं, लेकिन पुलिस संवेदनशील नहीं। अभी पुलिस को कसने की जरूरत है। बता दें, इस विशेष सत्र का ​सपा कांग्रेस बसपा सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार कर दिया था। यह सत्र 2 अक्टूबर यानी बुधवार सुबह 11 बजे शुरू हुआ था, जोकि गुरुवार रात 11 बजे तक चलेगा।

बीजेपी सरकार ने किए हैं अच्छे काम
उन्होंने कहा, बीजेपी सरकार ने कुछ अच्छे काम किए हैं, लेकिन इसके साथ ही खराब कानून-व्यवस्था प्रदेश की समस्या बनी हुई है। मेरे विधानसभा क्षेत्र में पीड़ितों और गरीबों के केस नहीं लिखे जाते। नहरों में पानी नहीं पहुंचने से किसान परेशान हैं। किसानों पर मनमाने तरीके से जुर्माना लगाया जा रहा। प्रदेश सरकार द्वरा आयोजित इंवेस्‍टर्स समिट एक अच्छा कार्यक्रम था, लेकिन जितना सोचा गया उतना निवेश नहीं हुआ। प्रदेश में 22 करोड़ वृक्षारोपण हुआ, जिसकी मैं सराहना करता हूं। मैं चाहता हूं कि महिलाओं को गैस सिलेंडर दिया गया, साथ ही गरीबों को सब्सिडी दी जाए। 

शिवपाल ने की थी परिवार एकता की बात
बता दें, हाल ही में शिवपाल यादव ने परिवार एकता को लेकर कहा था कि उनकी तरफ से अभी भी गुंजाइश बची है। जिसके बाद अखिलेश ने बयान दिया था, वापस आने वालों का खुले दिल से स्वागत है। 

बसपा एमएलसी ने भी की बगावत
जौनपुर से बसपा एमएलसी बृजेश सिंह ने भी पार्टी से बगावत करते हुए बसपा के वाकआउट के बावजूद लगातार सदन की कार्यवाही में शामिल हैं। उन्होंने कहा, गांधीजी के नाम पर सत्र ऐतिहासिक काम है। पार्टी द्वारा वाकआउट का कोई स्पष्ट निर्देश नहीं था। हालांकि, उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की संभावनाओं से इनकार भी नहीं किया। इनके अलावा कांग्रेस की अदिति सिंह, बसपा के अनिल सिंह और सपा के नितिन अग्रवाल पार्टी लाइन से अलग होकर विशेष सत्र में शामिल हुए।