सार
जीएसटी इंटेलिजेंस के अनुसार पीयूष जैन ने CGST चोरी के चलते 177 करोड़ रुपए इकट्ठा किए। कर अधिकारियों ने पीयूष जैन के कारोबार पर 31.50 करोड़ रुपए की कर देनदारी और 19.50 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है।
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के जिला जेल के बैरक नंबर 15 में बंद पीयूष जैन ( Piyush Jain) को काली कमाई उजागर होने का गम इस कदर सता रहा है कि उसे रात को नींद नहीं आती। जमीन पर बिछे कंबल के बिस्तर पर उसकी रातें करवट बदलते हुए कटती हैं। सालों तक टैक्स चोरी (Tax Evasion) कर उसने अकूत संपत्ति जुटाई थी। पैसे इतने थे कि घर में रखने को जगह नहीं था।
समय का पहिया ऐसा घूमा कि अब जेल की रोटी खानी पड़ रही है। कर अधिकारियों ने पीयूष जैन के कारोबार पर 31.50 करोड़ रुपए की कर देनदारी और 19.50 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। सूत्रों के मुताबिक 26 दिसंबर को जैन परिवार ने टैक्स देनदारी और जुर्माने की पूरी राशि का भुगतान कर दिया है। कानूनी जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में पीयूष जैन को जमानत मिल सकती है।
घर से बरामद हुए 177 करोड़ रुपए
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिसेंज ने 3 पन्नों का रेस्ट रेमो जारी किया है। इसमें पीयूष जैन के घर छापेमारी की जानकारी दी गई है। इसके मुताबिक 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक पीयूष जैन के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी हुई। छापेमारी के दौरान 7 अलमारियां मिलीं, 4 बेडरूम में थी और 3 बेसमेंट में थी। इन सातों अलमारियों में 177 करोड़ 45 लाख एक हजार 224 रुपए मिले हैं। जीएसटी एक्ट के सेक्शन-67 और 130 के तहत अगर कहीं भी टैक्सी चोरी रकम पकड़ी जाती है तो उसको स्टेटबैंक ऑफ इंडिया में जमा करने का प्रावधान है। पीयूष के घर जो रुपए मिले उसे SBI में जमा कर दिया गया है।
31.50 करोड़ की टैक्स चोरी ने दिखाए ये दिन
पीयूष जैन को 31.50 करोड़ रुपए के टैक्स चोरी के चलते ये दिन देखने पड़े। जीएसटी इंटेलिजेंस के अनुसार पीयूष जैन ने CGST चोरी के चलते 177 करोड़ रुपए इकट्ठा किए। उसने इतना पैसा पिछले 4 सालों में इकट्ठा किया। पीयूष जैन ने पिछले 4 सालों में बिना जीएसटी भुगतान के 177 करोड़ का माल सप्लाई किया, इसके हिसाब से हर साल लगभग 45 करोड़ का माल बिना जीएसटी के बेचा गया। पीयूष जैन इत्र कारोबारी है और इत्र पर 18 प्रतिशत सेंट्रल जीएसटी लगता है। इसके हिसाब से 177.45 करोड़ का 18 प्रतिशत 31.50 करोड़ होता है। इस प्रकार पीयूष जैन ने 31.50 करोड़ का टैक्स चोरी किया। पीयूष जैन ने अपनी तीनों कंपनियों में साल 2021 का नेट टैक्सएबल अमाउंट 20-22 करोड़ दिखाया है।
इन कंपनियों पर छापा पड़ा
1- त्रिमूर्ति फ्रैगरेंस प्राइवेट लिमिटेड
2- त्रिमूर्ति फ्रैगरेंसेज एंड फ्लेवर्स प्राइवेट लिमिटेड
3- गणपति रोड करियर्स प्राइवेट लिमिटेड
4- अम्बरीश जैन का घर, 143 आनंदपुरी
5- पीयूष जैन का घर
6- प्रवीण कुमार जैन का घर
7- DKG बिल्डिंग कानपुर
त्रिमूर्ति फ्रैगरेंस नाम की कंपनियां पीयूष जैन की हैं, इसके अलावा Odechem Industries, फ्लोरा नेचुरल्स कंपनी में भी पीयूष जैन की पार्टनरशिप है। फ्लोरा नेचुरल्स और Odechem Industries पीयूष के बड़े भाई अम्बरीश जैन की है। गणपति रोड करियर्स अम्बरीश जैन के साले प्रवीण कुमार जैन की है। पीयूष जैन प्रवीण की ट्रांसपोर्ट कंपनी के ट्रकों का इस्तेमाल करता था और बिना eway बिल के फैक्टरी से माल निकालकर बाजार में सप्लाई करता था।
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