सार
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद अब आरोपियों के परिवारों के मन में डर है कि कहीं उनके भाई बेटे के साथ हैदराबाद एनकाउंटर जैसी घटना न हो। मुख्य आरोपी शिवम और शुभम दोनों की मां ने कहा, बच्चे दोषी सिद्ध हों तो कानून के हिसाब से सजा मिले। हैदराबाद जैसा कुछ नहीं होना चाहिए।
उन्नाव (Uttar Pradesh). उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद अब आरोपियों के परिवारों के मन में डर है कि कहीं उनके भाई बेटे के साथ हैदराबाद एनकाउंटर जैसी घटना न हो। मुख्य आरोपी शिवम और शुभम दोनों की मां ने कहा, बच्चे दोषी सिद्ध हों तो कानून के हिसाब से सजा मिले। हैदराबाद जैसा कुछ नहीं होना चाहिए। हमें विश्वास है कि बच्चों ने कुछ नहीं किया। बता दें, मामले में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता ने करीब 40 घंटे जिंदगी से जंग लड़ने के बाद शुक्रवार रात करीब 11.40 बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। बीते गुरुवार यानी 5 दिसंबर को उसे जलाया गया था, जिसमें उसका 90% शरीर झुलस गया था।
कानून दे सजा, हैदराबाद जैसा न हो हाल
आरोपी शुभम की मां गांव की प्रधान हैं। उन्होंने कहा, मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। अगर बेटा दोषी हो तो कानून के हिसाब से सजा मिले। हैदराबाद की तरह एनकाउंटर न किया जाए। वहीं, शुभम की बहन ने कहा, अगर भाई दोषी साबित होता है तो कड़ी से कड़ी सजा कानून के हिसाब से मिलनी चाहिए। लेकिन, मुझे पूरा विश्वास है कि भाई ऐसा कुछ नहीं कर सकता, जिससे परिवार का सिर नीचा हो। मेरे भाइयों को फंसाया जा रहा है। यह राजनीतिक साजिश है।
दूसरा मुख्य आरोपी शिवम और शुभम आपस में चचेरे भाई हैं। शिवम की मां ने कहा, हैदराबाद एनकाउंटर के बाद से मन में डर है कि कहीं मेरे बेटे के साथ भी ऐसा न हो। मामले की सही जांच कराकर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
क्या है पूरा मामला
मामला बिहार थाना क्षेत्र के हिंदूनगर का है। कुछ दिन पहले यहां युवती के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया था। मामले में दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भी भेजा। हाल ही में वे जमानत पर जेल से बाह आए थे। मामले में गुरुवार को युवती मामले की पैरवी के लिए रायबरेली जा रही थी। रास्ते में सुबह करीब चार बजे दोनों नामजद आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मौत से पहले विक्टिम ने डॉक्टर से कही थी ये बात
सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया, इलाज के दौरान युवती को बीच बीच में होश आ रहा था। होश में आने पर वो पूछ रही थी, मैं बच तो जाऊंगी न? मैं जीना चाहती हूं। वहीं, अस्पताल में मिलने आए भाई से वादा लेते हुए विक्टिम ने कहा था, मेरे गुनहगार बचने नहीं चाहिए। मुझे जलाने वाले पांच में से 2 आरोपी वही हैं जिन्होंने मेरे साथ दुष्कर्म किया था। इसके बाद वो कुछ बोल नहीं पाई।