सार
उत्तर प्रदेश सरकार ने यूक्रेन में फंसे राज्य के विद्यार्थियों और अन्य लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बताया गया कि यूक्रेन में उत्पन्न आपातकालीन परिस्थितियों के मद्देनजर यूक्रेन आने-जाने के लिए सभी कामर्शियल फ्लाईट बंद हैं। यूक्रेन का एयर स्पेस भी बंद है।
लखनऊ: यूपी सरकार की ओर से यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के विद्यार्थियों और अन्य लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। बताया गया कि यूक्रेन में उत्पन्न आपातकालीन परिस्थितियों के मद्देनजर यूक्रेन आने-जाने के लिए सभी कामर्शियल फ्लाईट बंद हैं। यूक्रेन का एयर स्पेस भी बंद है। वहीं इस बीच भारतीय दूतावास, कीव, यूक्रेन में मौजूद सभी भारतीयों को संभावित मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।
इसी बीच उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी/व्यक्ति जो की अभी यूक्रेन में हैं उन तक सहायता पहुंचाने के लिए भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास, कीव के समन्वय के लिए रणधीर प्रसाद आईएएस राहत आयुक्त एवं सचिव, राजस्व विभाग, उत्तर प्रदेश शासन को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
नोडल अधिकारी द्वारा विदेश मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास, कीव, यूक्रेन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए उत्तर प्रदेश के विधार्थी और अन्य व्यक्ति जो यूक्रेन में मौजूद हैं, उन्हें स्वदेश लौटने की कार्यवाही को फेसिलिटेट करेंगे। राज्य कन्ट्रोल रूम का जो 24 घंटे और 7 दिन टोल फ्री हेल्पलाईन नं. (0522) 1070, मोबाईल सं.- 94544441081 होगा तथा ईमेल आई.डी. rahat@nic.in होगा। विदेश मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास, कीव द्वारा समय-समय पर जारी किए जाने वाले एडवाईजरी का अनुपालन उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी और अन्य लोग जो यूक्रेन में हैं। उनके द्वारा सुनिश्चित किए जाने का अनुरोध है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान
बता दे कि गुरुवार को भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने यूक्रेन विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि शांति कायम होनी चाहिए। बातचीत से हल निकाला जाना चाहिए। युद्ध की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए, यही भारत की सोच है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने पहले भी एडवाइजरी जारी की थी। सरकार चिंतित है, प्रयास जारी हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि हमारे जो बच्चे वहां हैं उन्हें निकाला जाए। वहां स्थिति विषम है। प्लेन भेजा गया था, लेकिन प्लेन वहां उतारा नहीं जा सका।
वहां से कुछ बच्चे आए भी हैं, लेकिन वहां एक प्लेन गई हुई है। ऐसी स्थिति थी चाह कर भी प्लेन वहां पर लैंड नहीं कर पाया। वहां की स्थिति विषम है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। लेकिन फिर भी हमारी गवर्नमेंट को पूरी रिपोर्ट है कि हमारे भारतीय बच्चे वहां फंसे हैं, उनको सुरक्षित यहां लाया जा सके भारत चाहता है। देश में शांति कायम होनी चाहिए। इसका हल बातचीत के द्वारा निकाला जाना चाहिए।