सार
आजम ने कहा कि जेल में मुझे सजायाफ्ता कैदी की तरह जेल में रखा गया। रात होती थी तो सुबह और सुबह होती थी तो रात का इंतजार करते थे। इस दौरान उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया पर कहा कि सबसे ज्यादा जुल्म तो मेरे अपनों ने किए हैं। आजम का ये बयान सीधे तौर पर सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है।
रामपुर: आजम खां ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हमको इंसाफ दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी ताकत का सही इस्तेमाल किया है। हमने 40 साल सिर्फ अपने शहर का विकास करने का काम किया है। जब जिंदगी की शुरुआत हुई थी तब भी जेल में था और जब आज जिंदगी के आखिरी दौर में हूं तब भी जेल में हूं।
'सबसे ज्यादा जुल्म अपनों ने किए'
आजम ने कहा कि जेल में मुझे सजायाफ्ता कैदी की तरह जेल में रखा गया। रात होती थी तो सुबह और सुबह होती थी तो रात का इंतजार करते थे। इस दौरान उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया पर कहा कि सबसे ज्यादा जुल्म तो मेरे अपनों ने किए हैं। आजम का ये बयान सीधे तौर पर सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है।
'सीएम योगी को मुझसे इतनी नफरत क्यों'
आजम खां ने कहा कि जो कुछ भी हमारे साथ जेल में हुआ है वो हमारे चेहरे से नजर आ रहा होगा। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को लेकर उन्होंने कहा कि हमसे इतनी नफरत क्यों है, मैं ये समझ नहीं पा रहा हूं। इसके बाद विधानसभा में मुलाकात को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कभी मुलाकात होने पर यह जानने की कोशिश जरूर करूंगा कि मुझे नफरत का कारण क्या है।
'मुलाकात करने न आने वालों का शुक्रिया'
जेल में मुलाकात करने वालों को लेकर उन्होंने कहा कि जो जेल में मिलने आए, उनका शुक्रिया। उनका भी शुक्रिया जो मुलाकात करने नहीं आए। आजम खां हर मुद्दे पर खुलकर बोले लेकिन सवाल जब अखिलेश यादव को लेकर किए गए तो वह टालते ही नजर आए।
जमानत को लेकर आजम खां ने कहा कि जज साहब ने कहा है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ साक्ष्य नहीं हैं उसे जेल में क्यों बंद कर रखा है। इसके बाद चुनाव को लेकर उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। कहा कि मैं मुल्क जमीन और जमीर बेचने वाला नहीं हूं।
लखीमपुर में बुजुर्ग महिला ने किया बड़ा कारनामा, पुलिस ने मुकदमा किया दर्ज