सार

कैराना थाने के गोदाम से शराब के 578 कार्टन गायब होने के मामला सामने आया है। मामले में महिला हेड कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर हेड कांस्टेबल तारेश शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 409 के तहत मामला दर्ज किया गया। 

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हरदिन कुछ न कुछ ऐसा होता है, जो हैरान कर देता है। ताजा मामला सूबे के मुजफ्फरनगर जिले (Muzaffarnagar) का है, यहां के एक पुलिस स्टेशन से सैकड़ों लीटर शराब गायब हो गई। मामले में पुलिसवालों पर ही केस दर्ज किया गया है।

जानकारी के मुताबिक, कैराना थाने के गोदाम से शराब के 578 कार्टन गायब होने के मामला सामने आया है। मामले में महिला हेड कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर हेड कांस्टेबल तारेश शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 409 के तहत मामला दर्ज किया गया। 

शराब 12 अलग-अलग मामलों में जब्त
क्षेत्राधिकारी प्रदीप सिंह की जांच में शर्मा को शराब गायब होने का जिम्मेदार पाया गया। यह शराब 12 अलग-अलग मामलों में जब्त की गई थी। घटना का पता तब चला जब हेड कांस्टेबल का तबादला कर दिया गया और अगले पदाधिकारी को प्रभार सौंपने के दौरान शराब के 578 कार्टन गायब पाए गए। 

पहले भी थानों से गायब होती रही है शराब
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब गायब हो गई हो। हाल ही में कुशीनगर में तरयासुजान थाने के मालखाने से शराब गायब होने का मामला सामने आया था। तरयासुजान एसओ द्वारा दो दीवानों के खिलाफ तस्करा लिखने और उसके बाद एसपी द्वारा उन्हें सस्पेंड कर दिया था। 

इससे पहले उत्तर प्रदेश के एटा जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र से 1,400 पेटी शराब पकड़ी गई थी। इस शराब की कीमत करीब 30 लाख रुपए थे। लेकिन यह शराब कोतवाली परिसर मालखाने से गायब हो गई थी। शराब अवैध रुप से ले जाते वक्त पकड़ी गई थी। इसके बाद इस मामले में कोतवाली प्रभारी और मुंशी के खिलाफ उन्हीं के थाने में शिकायत दर्ज की गई थी।