सार
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह तो तय है कि बीजेपी का झोला उठाने का समय आ गया है। उसका सफाया होगा। मुझे ऐसा लगता है कि चाहे जो भी सत्ता में आए, लेकिन बीजेपी तो जा रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना उत्तर प्रदेश में सरकार बनाना संभव नहीं होगा।
लखनऊ: कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में अब तक के छह चरणों के मतदान से स्पष्ट है कि बीजेपी का झोला उठाकर जाने का समय आ गया है और अब राज्य में कांग्रेस बिना सरकार बनना संभव नहीं होगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि यह तो तय है कि बीजेपी का झोला उठाने का समय आ गया है। उसका सफाया होगा। मुझे ऐसा लगता है कि चाहे जो भी सत्ता में आए, लेकिन बीजेपी तो जा रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना उत्तर प्रदेश में सरकार बनाना संभव नहीं होगा।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में छह चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। सातवें और अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को होगा, जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।
सातवें चरण में इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
अंतिम चरण के चुनाव में योगी सरकार के जिन मंत्रियों की प्रतष्ठिा दांव पर लगी है उनमें परिवहन मंत्री अनिल राजभर शिवपुर सीट से, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल वाराणसी उत्तर सीट से, पर्यटन मंत्री नीलकांत तिवारी वाराणसी दक्षिण सीट से और ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मड़िहान सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। इनके अलावा इस चरण के चुनाव मैदान में डटे अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान शामिल हैं। हाल ही में भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए दारा सिंह मऊ जिले की घोसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके अलावा भाजपा के दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय की मौजूदा विधायक पत्नी अल्का राय गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट से चुनाव मैदान में हैं। सुभासपा के अरविंद राजभर शिवपुर सीट पर परिवहन मंत्री अनिल राजभर को चुनौती दे रहे हैं। पूर्व भाजपा सांसद कृष्ण प्रताप सिंह जौनपुर की मल्हनी सीट पर डटे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला सपा के लकी यादव से है। लकी, पूर्व सपा सांसद पारस नाथ यादव के पुत्र हैं।