सार

योगी आदित्यनाथ सरकार में श्रम और सेवायोजन मंत्री रह चुके समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य को कुशीनगर जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें बीजेपी के सुरेंद्र कुशवाहा ने हराया है। अपनी हार को लेकर मौर्य ने कहा कि 85-15 की लड़ाई हम हार गए।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी (एसपी) में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार खुद भी चुनाव हार गए हैं। 

योगी आदित्यनाथ सरकार में श्रम और सेवायोजन मंत्री रह चुके समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य को कुशीनगर जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें बीजेपी के सुरेंद्र कुशवाहा ने हराया है। अपनी हार को लेकर मौर्य ने कहा कि 85-15 की लड़ाई हम हार गए। चुनाव हारे हैं, लेकिन हौसला नहीं हारे। दूसरों के मुद्दों को लेकर हम ने बगावत की है, जो आज भी मुद्दे हैं और हम उन्हें लोगों के बीच फिर से ले जाएंगे। बीजेपी में वापस लौटने को लेकर कहा कि हार का मंथन करेंगे, लेकिन बीजेपी कभी नहीं जाएंगे। 

वहीं बेटी संघमित्रा को लेकर मौर्य ने कहा कि सबको अपने मन से पार्टी और विचाराधारा चुनने का अधिकार है लेकिन अगर कोई मेरी यात्रा में शरीक होना चाहेगा तो उसका स्वागत है। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के साथ जाने की बात को भी खारिज करते हुए कहा कि बीएसपी के साथ जाने का तो सवाल ही नहीं है, मायावती अब खत्म हो गई हैं। 

स्वामी प्रसाद मौर्य पिछली बार यूपी की पड़रौना विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर जीते थे. लेकिन, इस बार चुनाव से ठीक पहले उन्होंने पाला बदलकर न सिर्फ बीजेपी छोड़ समाजवादी पार्टी का दामन थामा बल्कि पड़रौना सीट भी छोड़कर फाजिलनगर से चुनाव लड़ रहे थे. लेकिन, चुनाव में स्वामी प्रसाद मौर्य को हार का सामना करना पड़ा।