सार
केदारनाथ में मंगलवार को एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हादसे में पायलट समेत 7 की मौत हो गई। हादसे के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ राहत औऱ बचाव कार्य में लगी हुई है।
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया। हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई। इस बीच अगले आदेश तक केदारनाथ में हेली सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। इस बीच अलग-अलग टीमों के द्वारा राहत और बचाव कार्य भी जारी है।
गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे पर जताया दुख
केदारनाथ में हुई दुर्घटना के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने दुख प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, 'केदारनाथ में श्रद्धालुओं को ले जा रहे हेलिकॉप्टर के क्रैश की घटना बहुत दुःखद है। इस दुर्घटना में जान गवाने वाले सभी लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उन्हें यह दुःख सहने की शक्ति दें।'
गुजरात, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के लोग थे सवार
इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है उसमें पूर्वा रामानुज, कृति ब्राड, उर्वी, सुजाता, कला, प्रेम कुमार और पायलट अनिल सिंह शामिल हैं। इसमें से उर्वी, पूर्वा और कृति गुजरात के रहने वाले थे। जबकि पायलट अनिल महाराष्ट्र के निवासी हैं। सुजाता, प्रेम कुमार, कला तमिलनाडु के निवासी बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि आर्यन एविएशन का यह हेलीकॉप्टर बेल कंपनी का था। इस Bell 407 में पायलट समेत अधिकतम छह लोग ही सवार हो सकते हैं। वहीं इस हेलीकॉप्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर वीटी एसवीके बताया जा रहा है।
SDRF और NDRF रेस्क्यू में जुटी
गौरतलब है कि इस समय केदारनाथ में मौसम खराब है। यहां बर्फबारी भी हो रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हेलीकॉप्टर में पायलट समेत कुल सात लोग सवार थे। दुर्घटना केदारनाथ से तकरीबन 3 किमी की दूरी पर नंदी के पास हुई। हेलीकॉप्टर ने नारायण कोटी- गुप्तकाशी के लिए केदारनाथ बेस कैंप से उड़ान भरी थी। हेलीकॉप्टर कंपनी आर्यन की ओर से यह जानकारी दी गई। हादसे के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमे राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। दुर्घटना के बाद डीआइजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने जानकारी दी कि मौके पर टीम लगी हुई है। लिंचौली से भी टीम पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि केदारनाथ के पास में घना कोहरा था। इसी के चलते हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुआ। हालांकि अभी इसको लेकर अधिकारी खुलकर कुछ भी नहीं कह रहे हैं।
पहले भी सामने आ चुके हैं कई हादसे
हादसे के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दुख जताया है। ज्ञात हो कि इससे पहले 2019 में भी केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था। उस दौरान केदारनाथ से यात्रियों को लेकर फाटा की ओर उड़ान भरते समय हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई थी। इसी के चलते पायलट को इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी थी। लैंडिंग के दौरान ही हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। साल 2013 में भी केदारनाथ आपदा के दौरान रेस्क्यू करते समय वायु सेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर समेत 3 हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गए थे। इन दुर्घटनाओं में 23 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।