सार

लखनऊ में ट्यूशन पढ़ाने के लिए गई महिला टीचर की मां यह कहते रो पड़ी कि पुलिस ने सुन लिया होता तो शायद बेटी की आबरू लुटने से बच जाती। उनका कहना है कि अब क्या बचा, जो होना था सो हो गया। अब पुराने दिन कभी नहीं लौटेंगे। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड के कठौता इलाके में ऑटो सवार दो बदमाशों ने एक महिला टीचर को रविवार की देर शाम किडनैप कर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद शिक्षिका अपने परिवार के साथ 18 घंटे में तीन थानों के चक्कर काटती रही पर कहीं भी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया था। जब मामला सोशल मीडिया पर उजागर हुआ तब अधिकारियों के होश उड़े और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इस लापरवाही पर एक चौकी इंचार्ज को संस्पेड कर दिया गया है जबकि तीन थानों के प्रभारी निरीक्षकों से जवाब तलब हुआ है। वहीं अब मुख्य आरोपी ऑटो ड्राइवर इमरान की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। 

पीड़िता की मां- अब क्या बचा, जो होना था, सो हो गया
विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद अब दोनों आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं पीड़िता की मां काफी हताश होने के साथ-साथ गुस्से में कहती हैं कि अब क्या बचा है...जो होना था, सो हो गया। बेटी रोज ट्यूशन पढ़ाने जाती थी और महीने में उसको चार हजार रुपए मिलते थे। आगे कहती है कि अब हमारे पुराने दिन कभी नहीं लौटेंगे और यह कहते हुए वह रो पड़ीं। फिर खुद को संभाला और कहने लगी कि शनिवार को बेटी घर नहीं आई। उसके मोबाइल पर कॉल की तो फोन नहीं उठा तो चिंता होने लगी। महिला टीचर की मां ने कई बार कॉल किया तो किसी लड़के ने फोन उठाया फिर फोन काट दिया। इसके बाद फोन नहीं उठा और मैं डर गई। कुछ समझ नहीं आया तो सीधे हुसैनगंज कोतवाली पहुंची तो वहां पर एक दरोगा बैठे थे, उनको बेटी के अचानक गायब होने के बारे में बताया।

शहर के इतने थानों में जाने के बाद भी सुनवाई हुई देर 
पीड़ित की मां आगे कहते है कि उन्होंने पहले पूरी बात सुनी लेकिन गोमतीनगर का नाम आते ही बोले कि ये मामला विभूतिखंड इलाके का है। वहीं की पुलिस इसको डील करेगी। अगर पुलिस तुरंत एक्शन लेती तो शायद मेरी बेटी की आबरू लूटने से बच गई होती। आगे कहती है कि मीडिया में जब बात सामने आई तो हमारे पास एक पुलिस वाली मैडम भी आई थी, उन्होंने कई सवाल पूछे। उसके बाद जब बिटिया के साथ घटना होने की जानकारी मिली तब हम वहां भी गए, जहां पर बिटिया ने घटना होने की बात कही। इतना ही नहीं गोमतीनगर विस्तार, विभूति खंड और गोमती नगर थाने में भी हम गए थे पर सुनवाई देर से हुई। हम कुछ नहीं बोलेंगे और हमें बहुत डर लग रहा है।

सामूहिक दुष्कर्म के बाद 90 ऑटो ड्राइवर से हुई पूछताछ
ट्यूशन पढ़ाकर घर लौट रही छात्रा से विभूतिखंड में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस की पांच टीमों का आरोपियों को पकड़ने के लिए लगाया है। पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए जिस रूट पर पीड़िता गई थी, उन सभी रास्ते के कैमरों की फुटेज चेक की जा रही है। वहीं डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए शहर के 90 ऑटो ड्राइवर से पूछताछ की गई। इसके साथ ही आईटीएमएस के कैमरे भी खंगाले गए है। जिसके बाद दो नाम सामने आए है, उन्हीं में से एक आरोपी आकाश तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसके साथ इरफान की तलाश के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। आकाश भी ऑटो ड्राइवर है। इसके अलावा पुलिस की जांच में ऑटो चालक इरफान की लोकेशन बहराइच में मिली है।

सिर पर भारी चीज से हमले के बाद टीचर हो गई थे बेहोश
बता दें कि 18 वर्षीय पीड़ित महिला टीचर 15 अक्टूबर शनिवार को कठौता चौराहे के पास फायर स्टेशन के पास ट्यूशन के पढ़ाने के लिए गई थी। दो घंटे बाद उसने घर वापसी के लिए ऑटो पकड़ा तो उसमें ड्राइवर के अलावा एक और युवक बैठा था, जिसे वह सवारी समझ रही थी। उसके बाद हुसड़िया चौराहे के पास पहुंचते ही ड्राइवर ने ऑटो को शहीद पथ पर चढ़ा दिया। इस पर महिला टीचर ने ड्राइवर को गलत दिशा में जाने पर टोका तो उसने सवारी लेने की बात कही। शिक्षक को संदेह होने पर शोर मचाया तो उसने डांट दिया। उसके बाद सिर पर भारी चीज से हमला कर दिया और यहां से बेहोशी की हालत में पीड़िता को प्लासियो मॉल के पीछे झाड़ियों में ले गया और वहां सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। 

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