सार
यूपी के गोला गोकर्णनाथ सीट पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित 39 प्रचारकों को इस सूची में जगह मिली है। वहीं इस लिस्ट से चाचा शिवपाल यादव का नाम गायब है।
लखनऊ: मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद भी अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के रिश्ते मुलायम होते नहीं दिख रहे हैं। बता दें कि समाजवादी पार्टी ने गोला गोकर्णनाथ सीट पर विधानसभा के उपचुनाव में अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कुल 39 प्रचारक हैं। सपा ने आयोग को यह लिस्ट सौंप दी है। इस लिस्ट में मो. आजम खां, नरेश उत्तम पटेल, इंद्रजीत सरोज, स्वामी प्रसाद मौर्य, राम अचल राजभर, लालजी वर्मा, धर्मेंद्र यादव, आरके चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा डॉ मनोज पांडेय और माता प्रसाद पांडेय का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।
शिवपाल यादव को नहीं मिली लिस्ट में जगह
समाजवादी पार्टी द्वारा जारी की गई लिस्ट में बसपा से आने वालों को खासी तरजीह दी गई है। लेकिन इस लिस्ट से चाचा शिवपाल यादव का नाम गायब दिखा। शिवपाल यादव को प्रचारकों की सूची में जगह नहीं मिली है। वहीं अगर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की बात करें तो चौथे चरण के स्टार प्रचारकों में शिवपाल का नाम था। इस दौरान अखिलेश यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख और अपने चाचा शिवपाल यादव को प्रचारकों की सूची में जगह दी थी। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान चाचा-भतीजा एक साथ समाजवादी विजय रथ भी दिखे थे।
नेताजी के निधन के बाद भी चाचा-भतीजे के रिश्ते में नहीं आई मिठास
शिवपाल यादव ने खुले तौर पर यह बात स्वीकार की थी कि उन्होंने अखिलेश यादव को अपना नेता मान लिया है। चाचा की बात को सुनकर अखिलेश यादव भी हंस पड़े थे। इटावा में भी रोड शो के दौरान पूरा यादव परिवार एक साथ दिखाई पड़ा था। उस दौरान यह चर्चा जोरों पर थी कि शिवपाल यादव की नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं परिवार की एकजुटता से पार्टी को भी फायदा होने की उम्मीद की जा रही थी। शिवपाल यादव ने कहा था कि वह अखिलेश यादव को सीएम बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
3 नवंबर को होगा गोला गोकर्णनाथ सीट पर उपचुनाव
ऐसे में समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में गठबेधन होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि प्रसपा नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। लेकिन केवल शिवपाल यादव ने ही साइकिल के सिंबल पर चुनाव लड़ा था। ऐसे में प्रसपा के तमाम वरिष्ठ नेता दूसरे दलों का रुख कर गए। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी की हार के बाद नवनिर्वाचित विधायकों की पहली बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल को नहीं बुलाया था। बता दें कि गोला गोकर्णनाथ सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होगा।